रांची: झारखंड में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ते जा रहा है. रिम्स में काम करने वाले कर्मचारी और डॉक्टर भी इसकी चपेट में लागतार आ रहे हैं. रिम्स प्रबंधन ने बताया कि कैंटीन के तीन कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि कई डॉक्टर और नर्स भी पॉजिटिव हो सकते हैं.
रविवार को पूरे राज्य में 457 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें रांची में सिर्फ 96 मरीज पाए गए हैं. इसके अलावा बोकारो और देवघर में एक-एक मरीज, चतरा और जमशेदपुर में 28-28 मरीज, धनबाद में दो मरीज, दुमका में 12 मरीज, गढ़वा में 17 मरीज, गिरिडीह में 14 मरीज, गोड्डा में 09 मरीज, गुमला में 38 मरीज, हजारीबाग में 33 मरीज, जामताड़ा और पलामू में पांच-पांच मरीज, खूंटी और पाकुड़ में चार-चार मरीज, कोडरमा में 58 मरीज, लोहरदगा में 29 मरीज, लातेहार में 03 मरीज, रामगढ़ और सिमडेगा में छह-छह मरीज, साहिबगंज में 16 मरीज, सरायकेला में 08 मरीज और चाईबासा में 34 मरीज पाए गए हैं.
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झारखंड में मरीजों के वर्तमान में रिकवरी रेट 44.36% है, जबकि 10 दिन पहले तक झारखंड का रिकवरी रेट लगभग 55% था. रिकवरी रेट में लगातार आ रही कमी कहीं न कहीं स्वास्थ विभाग के लिए चिंता का विषय बन रहा है. कोरोना से मरने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. रविवार को भी राज्य में कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई है. जिसके बाद से राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़े के अनुसार 85 पहुंच गई है. राज्य में कोरोना के मरीजों के ठीक होने के रिकवरी रेट को बढ़ाने के लिए रविवार को प्लाज्मा थैरेपी पद्धति का डेमो टेस्ट भी किया गया था. जिसकी शुरुआत 28 तारीख से रिम्स में की जाएगी. इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे.