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JPCC के लिए 2019 था उतार-चढ़ाव से भरपूर, 2020 पार्टी के लिए लाएगी नई चुनौतियां - कांग्रेस के सामने चुनौतियां

नया साल जल्द ही दस्तक देने जा रहा है, इस नए साल को लेकर प्रदेश कांग्रेस का मानना है कि यह साल कांग्रेस के लिए चुनौतियों भरा होगा क्योंकि उन्हें जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करना है.

कांग्रेस के सामने चुनौतियां
जश्न मनाते कांग्रेसी नेता
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Published : Dec 31, 2019, 5:38 PM IST

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के लिए वर्ष 2019 संघर्ष और चुनौतियों भरा रहा है, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, वहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है. हालांकि इसके बावजूद पार्टी का मानना है कि नए वर्ष में पार्टी को और भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

देखें पूरी खबर


उतार-चढ़ाव भरा रहा 2019
इस बारे में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 2019 में जहां पार्टी को लोकसभा चुनाव में करारी हार मिली, वहीं झारखंड गठन के 19 वर्षों बाद यह पहला मौका आया कि प्रदेश में कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की और महागठबंधन की सरकार में बड़ी पार्टी के रूप में शामिल हुई. ऐसे में 2019 प्रदेश कांग्रेस के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. हालांकि इसका अंत जिस तरह हुआ उसे लेकर कांग्रेस में उत्साह की लहर है. वहीं वे मानते हैं कि 2020 में भी पार्टी को कई उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल सकता है.

ये भी पढ़ें: आज प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेंगे स्टीफन मरांडी, तैयारियां पूरी


जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम का कहना है कि 2020 में महागठबंधन की सरकार में घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने का प्रयास पार्टी की ओर से होगा. वहीं पिछले 5 सालों में बीजेपी सरकार में राज्य में जिस तरह से अराजकता फैली है, उसको खत्म करना नए वर्ष में सबसे बड़ी चुनौती होगी.

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के लिए वर्ष 2019 संघर्ष और चुनौतियों भरा रहा है, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, वहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है. हालांकि इसके बावजूद पार्टी का मानना है कि नए वर्ष में पार्टी को और भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

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उतार-चढ़ाव भरा रहा 2019
इस बारे में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 2019 में जहां पार्टी को लोकसभा चुनाव में करारी हार मिली, वहीं झारखंड गठन के 19 वर्षों बाद यह पहला मौका आया कि प्रदेश में कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की और महागठबंधन की सरकार में बड़ी पार्टी के रूप में शामिल हुई. ऐसे में 2019 प्रदेश कांग्रेस के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. हालांकि इसका अंत जिस तरह हुआ उसे लेकर कांग्रेस में उत्साह की लहर है. वहीं वे मानते हैं कि 2020 में भी पार्टी को कई उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल सकता है.

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जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम का कहना है कि 2020 में महागठबंधन की सरकार में घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने का प्रयास पार्टी की ओर से होगा. वहीं पिछले 5 सालों में बीजेपी सरकार में राज्य में जिस तरह से अराजकता फैली है, उसको खत्म करना नए वर्ष में सबसे बड़ी चुनौती होगी.

Intro:रांची.झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के लिए वर्ष 2019 संघर्ष और चुनौतियों भरा रहा है। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा कोई इसी वर्ष झारखंड विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है। लेकिन पार्टी मानती है कि नए वर्ष में भी कई चुनौतियों का सामना करना होगा।


Body:वर्ष 2019 में जहां कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद देश मे कांग्रेस के खिलाफ वातावरण भी तैयार हो गया था।लेकिन ठीक लोकसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद ही झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी की ऐतिहासिक जीत से कार्यकर्ताओं में एक बार फिर नई जान आ गई है। 19 वर्षों में पहली बार ऐसा मौका भी आया है। जब प्रदेश कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है और महागठबंधन की सरकार में बड़ी पार्टी के रूप में शामिल है। ऐसे में वर्ष 2019 में ही पार्टी को कई उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला है।

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे का मानना है कि महागठबंधन की सरकार में घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने का प्रयास पार्टी की ओर से होगा। लेकिन पिछले 5 सालों में बीजेपी सरकार में राज्य में जिस तरह से अराजकता फैली है। उसको खत्म करना नए वर्ष में एक बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि राज्य में पहली बार बीजेपी सरकार में किसानों ने आत्महत्या की है। महिलाओं की निर्मम हत्या,नाले में डूबकर बच्चे की मौत, 24 घंटे बिजली की उपलब्धता जैसे मामले पर अंकुश लगाना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इन्हीं चुनौतियों को खत्म करने के लिए पार्टी काम करेगी।


Conclusion:वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम का मानना है कि वर्ष 2019 संघर्ष और चुनौतीपूर्ण रहा है। लेकिन नए वर्ष में जन आकांक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास पार्टी करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पार्टी द्वारा कार्य किए गए। उस तरह के नतीजे भी आए और जनता का समर्थन पार्टी को मिला है। ऐसे में नए वर्ष में जन मुद्दों को लेकर पार्टी कार्य करेगी और आगे बढ़ेगी।
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