रांची: राज्य सरकार की पहल से एक बार फिर राज्य के बाहर फंसे मजदूरों और प्रवासी लोगों को झारखंड लाया गया. मंगलवार को इंडिगो के विमान से बाहर फंसे प्रवासी लोगों को राज्य सरकार और निजी संस्थाओं की मदद से झारखंड लाया गया. मुंबई में फंसे 186 लोगों को इंडिगो के विमान से रांची लाने के बाद जिला प्रशासन ने सभी को बस के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों के लिए रवाना किया.
मुंबई में फंसे मजदूर और प्रवासी लोगों ने वापस आने के बाद कहा कि अब हम राहत की सांस ले रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान पिछले 3 महीने में हम लोगों की हालत काफी खराब हो गई थी और काम नहीं मिलने की वजह से लोगों को खाने-पीने और रहने में भी समस्या होने लगी थी, पिछले कई दिनों से वे लोग अपने घर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे, लेकिन छोटे-छोटे बच्चे और औरतों के रहने की वजह से अपने घर नहीं आ पा रहे थे. वहीं, कई मजदूरों ने कहा कि जिस तरह से कोरोना का संकट आया है ऐसे में अब हम लोग वापस बाहर नहीं जाएंगे, हम सब झारखंड में ही सरकार की मदद से कोई रोजगार करने का विचार करेंगे.
मजदूरों को अगुवाई करने पहुंचे रांची के अंचलाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि जितने भी मजदूर आए हैं सभी को बसों से उनके जिले में भेजा जा रहा है, जहां उन्हें स्थानीय प्रशासन की ओर से क्वॉरेंटाइन कर निगरानी में रखा जाएगा, ताकि अगर किसी व्यक्ति में किसी तरह के लक्षण देखे जाते हैं तो उनका त्वरित इलाज किया जा सके.