रांचीः नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस का अभियान उनका किला ध्वस्त करने में कारगर साबित हो रहा है. इसके साथ साथ लातेहार, गढ़वा और पलामू का ऑपरेशन बूढ़ा पहाड़, लोहरदगा का ऑपरेशन बुलबुल और गुमला का ऑपरेशन चक्रव्यूह चलाकर इन इलाकों से उग्रवादियों को खदेड़ने में सुरक्षा बलों ने कामयाबी पायी है. लेकिन पुरानी जगह वापसी या नये ठिकानो की तलाश में नक्सली अब पुलिस मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं. झारखंड पुलिस ने 15 महीने में 17 दुर्दांत नक्सलियों के ढेर कर दिया है.
चाईबासा, लोहरदगा, लातेहार और चतरा जैसे कुछ जिलों में छिटपुट घटनाओं को अंजाम देकर नक्सली संगठन पुलिस को अपनी वापसी इसका संकेत देने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन झारखंड पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए चतरा में एक साथ पांच नक्सलियों को इनकाउंटर में मार गिराया है. एंटी नक्सल अभियान के तहत सोमवार को नक्सल प्रभावित पलामू-चतरा बॉर्डर पर सुरक्षा बल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. जिसमें 5 नक्सली ढेर हुए.
क्या है एनकाउंटर का आंकड़ाः साल 2022 के जनवरी महीने से लेकर साल 2023 के फरवरी महीने तक झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त कार्रवाई में 12 नक्सली मारे गए. अब साल 2023 के चौथे महीने में चतरा में तीन इनामी नक्सलियों सहित 5 को मार गिराया गया है, ये साल की पहली बड़ी सफलता है. 2022 में झारखंड पुलिस ने 390 नक्सलियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया. गिरफ्तार किए गए इन नक्सलियों पर कुल 72 लाख रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस ने छोटे मोटे नक्सलियों को ही गिरफ्तार नहीं किया बल्कि 2022 में झारखंड पुलिस के द्वारा 3 सैक मेंबर, 04 जोनल कमांडर, 07 सब जोनल कमांडर और 16 एरिया कमांडर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
15 नक्सलियों ने डाले हथियारः एक तरफ जहां झारखंड पुलिस की तरफ से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए भी प्रेरित किया जा रहा था. साल 2022 से अब तक विभिन्न नक्सली संगठनों के 15 हार्डकोर नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. विमल यादव, महाराज प्रमाणिक, सुरेश सिंह मुंडा, भवानी सिंह खेरवार, विमल लोहरा, अभयजी जैसे कुख्यात नक्सलियों का आत्मसमर्पण हुआ है. इन सब पर मिलाकर कुल 49 लाख का इनाम भी घोषित था.
2023 में कुल 12 नक्सली मारे गएः झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों के द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान पिछले साल 12 कुख्यात नक्सली मारे गए. जिनमें लाका पाहन, दिनेश नागेशिया और काली मुंडा जैसे दुर्दांत नक्सली भी शामिल थे.
रिकार्ड स्तर पर हथियार और असलहे भी बरामदः साल 2022 में झारखंड पुलिस के द्वारा चलाया गया जोरदार अभियान में भारी मात्रा में असलम और गोला बारूद बरामद किए गए. झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के हिसाब से अब तक के अभियान में एके-47 समेत 171 उम्दा हथियार बरामद हुए. वहीं बाइक रेग्यूलर वेपन के साथ साथ कंट्री मेड कुल 94 हथियार भी पुलिस ने बरामद किए. इसके अलावा पुलिस से लूटे हुए 45 हथियार भी बरामद हुए. इस अभियान के दौरान साल 2022 में नवंबर महीने तक 16 हजार 033 किलो विस्फोटक, आईईडी- 800, बारूद- 530 केजी और एक करोड़ तीन लाख रुपये भी हुए रिकवर किए गए हैं.