रांचीः कोरोना संक्रमण काल में भारत सरकार की ओर से झारखंड को पीएम केयर्स फंड से 663 वेंटिलेटर मिले. इन वेंटिलेटरों को जिले के अलग-अलग अस्पतालों में इंस्टॉल किया, ताकि कोरोना मरीजों के इलाज में असानी हो लेकिन पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटरों में 164 वेंटिलेटर खराब हैं. इन खराब वेंटिलेटरों को ठीक कराने को लेकर राज्य सरकार ने कवायद शुरू की है, ताकि शीघ्र वेंटिलटर को दुरुस्त किया जा सके.
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दो कंपनियों से मिले थे
स्वास्थ विभाग के आईईसी ऑफिसर सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड से 663 वेंटिलेटर मिले. इसमें भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड से 225 वेंटिलेटर जिसमें 25 वेंटिलेटर खराब हैं. इसके साथ ही अगवा हेल्थ केयर से 438 वेंटिलेटर जिसमें 139 खराब हैं.
उन्होंने कहा कि कई वेंटिलेटर में सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी है और कई वेंटिलेटर को इंस्टॉल नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि दोनों कंपनियों के जीएम रैंक के अधिकारियों से संपर्क किया गया, ताकि खराब 164 वेंटिलेटर को शीघ्र ठीक किया जा सके.
रिम्स ट्रामा सेंटर में भी शिकायत
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के चुनिंदा डॉक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की थी. इस दौरान रिम्स ट्रामा सेंटर के हेड डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर में आ रही खराबी का जिक्र किया था. इसके साथ ही आग्रह किया की शीघ्र खराब वेंटिलेटर को ठीक कराया जाए.