रामगढ़: जिले के मांडू प्रखंड के जंगल में दोपहर एक युवक की लाश पेड़ से लटकी हुई मिली. परिजन हत्या कर फांसी पर लटकाने की बात कर रहे हैं. युवक 48 घंटे से लापता था. शव की पहचान हजारीबाग जिले के लाखे गांव निवासी उस्मान मियां के बेटे शाहबाज अहमद के रूप में की गई है. इस संबंध में मांडू थाना पुलिस ने बताया कि शाहबाज पिछले 48 घंटों से लापता था.
इस मामले में सोमवार को उसकी मां अंजुम खातून ने मांडू थाने में एक गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई थी. मंगलवार को दोपहर में मांडू पुलिस को सूचना मिली कि जंगल में एक लाश लटकी हुई है और वहां पर एक बाइक भी मौजूद है. पुलिस वहां पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
परिजनों ने बताया कि शहबाज पिछले 6 महीने से अपने नाना स्वर्गीय अशरफ अली और मामा सरफराज के घर मांडू के आजाद बस्ती में रह रहा था. 4 दिन पहले उसकी मां अंजुम खातून आजाद बस्ती पहुंची और अपने बेटे को लाखे चलने के लिए कहा. शहबाज अपने घर जाने के लिए तैयार नहीं था. इस बात को लेकर मां बेटे में कहासुनी भी हुई. इसके बाद 19 जनवरी को अंजुम खातून अपने ससुराल लाखे चली गई. इधर, शाहबाज भी अपनी बाइक से घर से निकल गया. इसके बाद वह घर लौट कर नहीं आया.
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वहीं, पूरे मामले में परिजन ने हत्या की आशंका जताई है. नुरूला अंसारी नाम के व्यक्ति पर हत्या का आरोप परिजन लगा रहे हैं. वहीं, परिजनों ने बताया की 2007 से हमारी जमीन पर बोंगाहारा निवासी नुरुल्लाह फर्जी कागज के बना कर रह रहा है और उसके बाद हाइ कोर्ट में भी केस चल रहा है, लेकिन कुछ दिन पूर्व नुरुल्लाह अंसारी ने जान से मारने की भी धमकी दी थी.