रामगढ़: विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिले में भी हर्षउल्लास के साथ आदिवासी दिवस मनाया गया. हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण भव्य पैमाने पर कहीं भी कोई कार्यक्रम नहीं किया गया.
क्यों मनाया जाता है आदिवासी दिवस?
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी संगठन, संयुक्त राष्ट्र और कई देशों की सरकारी संस्थानों की ओर से परिचर्चा, नाच-गान और सामूहिक समारोह का आयोजन किया जाता है. संयुक्त राष्ट्र की 1982 की बैठकी के बाद 9 अगस्त 1995 को पहली बार विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया था. यह दिवस दुनियाभर में आदिवासियों का सबसे बड़ा दिवस है. विश्व आदिवासी दिवस मनाने का मूल उद्देश्य आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
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आदिवासी समाज की सोच, व्यवहार और उनके सामाजिक परंपरा सीधे तौर से प्रकृति से जुड़ी हुई है. इस समाज की पुरातन काल से ही जल, जंगल और जमीन बचाने की परंपरा रही है. आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए कृत संकल्पित है. समाज के हित में अनेक निर्णय लिए हैं और उनके लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं.