रामगढ़: विश्व जल दिवस के अवसर पर जल जीवन मिशन के तहत पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल रामगढ़ की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह आयोजन रामगढ़ प्रखंड कार्यालय के सभागार में हुआ. कार्यशाला के दौरान सभी को जल संरक्षण के फायदों से अवगत कराया गया, जल जनित बीमारी एवं उनके रोकथाम के बारे में विस्तार से बताया गया. इसके अलावा लोगों को जल संरक्षण व एफटीके से जल जांच के महत्व भी बताए गए.
इसे भी पढ़ें: विश्व जल दिवस 2022: जल संरक्षण में झारखंड पिछड़ा, शहरी क्षेत्र में साल 2030 तक ग्राउंड वाटर खत्म होने की आशंका
कार्यशाला के दौरान जल सहियाओं और पंचायतों के मुखियाओं ने अपने गांव में जल संरक्षण के लिए किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से बताया और लोगों को जल संरक्षण को अपनाने पर जोर दिया. इसके अलावा यूनिसेफ से घनश्याम ने जल जीवन मिशन के उद्देश्य और 2024 तक घरेलू नल कनेक्शन पहुंचाने के रूपरेखा के बारे में बताया. साथ ही विश्व जल दिवस के इतिहास (History of World Water Day) व उद्देश्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए यूनिसेफ से घनश्याम ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली जल सहियाओं एवं दो पंचायतों के मुखियाओं को शॉल ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा ने कार्यशाला के दौरान जल संरक्षण एवं वर्षा जल संग्रहण के तरीकों के बारे में सभी को विस्तार से जानकारी दी एवं सभी उपस्थित लोगों को जल शपथ दिलाई. जल का जीवन में कितना महत्व है इस पर भी चर्चा की गई लोगों को जल संरक्षण को लेकर इसके महत्व पर साथ ही साथ जल संरक्षण के लिए जिले में और कैसे बेहतर काम हो इस संबंध में कार्यशाला के दौरान पहुंचे लोगों को बताया गया.