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रामगढ़: कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ मजदूर संगठनों की हड़ताल प्रारंभ, कोल इंडिया को अरबों रुपये का नुकसान - रामगढ़ में मजदूर यूनियनों की हड़ताल

रामगढ़ में कमर्शियल माइनिंग व अन्य नीतियों के विरोध में विविध मजदूर संगठनों ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए हड़ताल प्रारंभ कर दी.हड़ताल के कारण कोल इंडिया को अरबों रुपये का नुकसान होगा.

हड़ताल
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Published : Jul 2, 2020, 12:14 PM IST

Updated : Jul 2, 2020, 12:42 PM IST

रामगढ़: कोल इंडिया में कमर्शियल माइनिंग और अन्य मुद्दे को लेकर संयुक्त मोर्चा द्वारा आज से तीन दिवसीय हड़ताल की शुरुआत की गई है. हड़ताल में सभी श्रमिक संगठन व मजदूर शामिल हैं. कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर संयुक्त मोर्चा के नेता हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोलियरियों में पहुंच चुके हैं

मजदूर संगठनों की हड़ताल प्रारंभ.

कॉमर्शियल माइनिंग को मंजूरी समेत केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल में भारतीय मजदूर संघ, इंटक, आरसीएमएस ददई गुट, आरकेएमयू, सीएमयू, जनता मजदूर संघ, यूसीडब्ल्यू, सीटू, एजेएकेसएस, दी झाकोमयू और झाकोमयू शामिल हैं.

हड़ताल अब तक पूरी तरह असरदार दिख रही है. जगह-जगह मजदूर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और कमर्शियल माइनिंग वापस लेने की मांग रख रहे हैं.

हड़ताल के कारण कोल इंडिया को अरबों रुपये का नुकसान होगा. पूरे जिले के सीसीएल की विभिन्न कोलियरियों में सुबह से ही मजदूर हड़ताल के समर्थन में दिख रहे हैं.

90 फीसदी लोग हाजिरी मनाने तक नहीं पहुंचे हैं और जो पहुंचे भी हैं उन्होंने भी हाजिरी नहीं लगाई है. हड़ताल के कारण कोल इंडिया को भारी नुकसान होगा. कोयले की ढुलाई बुरी तरह प्रभावित हुई है.

यह भी पढ़ेंः जमशेदपुर: 15 लाख की नशीली दवाओं के साथ 4 गिरफ्तार, ड्रग विभाग ने की कार्रवाई

कई रेलवे साइडिंग में रैक खड़ी रह गई. संयुक्त मोर्चा ने हड़ताल को 100 प्रतिशत सफल करार दिया है. रामगढ़ जिले में के सीसीएल बरका सयाल क्षेत्र , सीसीएल कुजू क्षेत्र , सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र , सीसीएल चरही क्षेत्र , सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र की सभी कोलियरी में संयुक्त मोर्चा के नेता मजदूर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

सीसीएल में उत्पादन व ढुलाई का कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया गया है. सीसीएल के हजारों डंपर ट्रक और मशीनों का चक्का जाम हो गया है. सभी गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हो गई हैं.

रामगढ़: कोल इंडिया में कमर्शियल माइनिंग और अन्य मुद्दे को लेकर संयुक्त मोर्चा द्वारा आज से तीन दिवसीय हड़ताल की शुरुआत की गई है. हड़ताल में सभी श्रमिक संगठन व मजदूर शामिल हैं. कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर संयुक्त मोर्चा के नेता हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोलियरियों में पहुंच चुके हैं

मजदूर संगठनों की हड़ताल प्रारंभ.

कॉमर्शियल माइनिंग को मंजूरी समेत केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल में भारतीय मजदूर संघ, इंटक, आरसीएमएस ददई गुट, आरकेएमयू, सीएमयू, जनता मजदूर संघ, यूसीडब्ल्यू, सीटू, एजेएकेसएस, दी झाकोमयू और झाकोमयू शामिल हैं.

हड़ताल अब तक पूरी तरह असरदार दिख रही है. जगह-जगह मजदूर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और कमर्शियल माइनिंग वापस लेने की मांग रख रहे हैं.

हड़ताल के कारण कोल इंडिया को अरबों रुपये का नुकसान होगा. पूरे जिले के सीसीएल की विभिन्न कोलियरियों में सुबह से ही मजदूर हड़ताल के समर्थन में दिख रहे हैं.

90 फीसदी लोग हाजिरी मनाने तक नहीं पहुंचे हैं और जो पहुंचे भी हैं उन्होंने भी हाजिरी नहीं लगाई है. हड़ताल के कारण कोल इंडिया को भारी नुकसान होगा. कोयले की ढुलाई बुरी तरह प्रभावित हुई है.

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कई रेलवे साइडिंग में रैक खड़ी रह गई. संयुक्त मोर्चा ने हड़ताल को 100 प्रतिशत सफल करार दिया है. रामगढ़ जिले में के सीसीएल बरका सयाल क्षेत्र , सीसीएल कुजू क्षेत्र , सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र , सीसीएल चरही क्षेत्र , सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र की सभी कोलियरी में संयुक्त मोर्चा के नेता मजदूर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

सीसीएल में उत्पादन व ढुलाई का कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया गया है. सीसीएल के हजारों डंपर ट्रक और मशीनों का चक्का जाम हो गया है. सभी गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हो गई हैं.

Last Updated : Jul 2, 2020, 12:42 PM IST
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