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गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के 500 छात्रों को नहीं मिला एडमिट कार्ड, छूटी परीक्षा - Ministry of Education

रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-4 और तृतीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-6 की परीक्षा हैं. कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला. इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीती 16 मई की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए.

रामगढ़ में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के 500 छात्रों को नहीं मिला एडमिट कार्ड
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Published : May 18, 2019, 9:58 PM IST

रामगढ़: मां-बाप अपने बच्चों की अच्छी तालीम के लिए उनका बेहतर संस्थानों में दाखिला कराते हैं. वहीं, रामगढ़ जिले के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लगभग 500 होनहार बच्चे कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही की वजह से परीक्षा से वंचित हो गए हैं.

वीडियो में देखें पूरी खबर

विनोबाभावे यूनिवर्सिटी और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ के बीच कॉलेज की संबद्धता के मामले कि आंच अब छात्रों के भविष्य पर पड़ने लगी है. यहां लगभग 500 छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा देने से वंचित हो गए हैं. 500 से अधिक बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिलना ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है. आखिर इतनी बड़ी लापरवाही हुई कैसे. इस लापरवाही का जिम्मेदार सरकार को मानें या कॉलेज प्रबंधन दोषी है.

रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-4 और तृतीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-6 की परीक्षा हैं. कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला. इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीती 16 मई की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. छात्रों का कहना है कि हमने तो इस कॉलेज को सरकारी मान्यता प्राप्त सोचकर ही दाखिला लिया. अब इस पेंच ने तो हमारे भविष्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.
वहीं, कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है. हमने सरकार के खिलाफ एक मामला झारखंड हाई कोर्ट में दायर किया है, जिसकी सुनवाई 12 जून को होगी. फैसले के बाद सभी बच्चों की परीक्षा ली जाएगी. विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण बच्चों का एडमिट कार्ड नहीं मिल पाया है. इसमें हमारे कॉलेज की कोई गलती नहीं है.

रामगढ़: मां-बाप अपने बच्चों की अच्छी तालीम के लिए उनका बेहतर संस्थानों में दाखिला कराते हैं. वहीं, रामगढ़ जिले के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लगभग 500 होनहार बच्चे कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही की वजह से परीक्षा से वंचित हो गए हैं.

वीडियो में देखें पूरी खबर

विनोबाभावे यूनिवर्सिटी और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ के बीच कॉलेज की संबद्धता के मामले कि आंच अब छात्रों के भविष्य पर पड़ने लगी है. यहां लगभग 500 छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा देने से वंचित हो गए हैं. 500 से अधिक बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिलना ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है. आखिर इतनी बड़ी लापरवाही हुई कैसे. इस लापरवाही का जिम्मेदार सरकार को मानें या कॉलेज प्रबंधन दोषी है.

रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-4 और तृतीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-6 की परीक्षा हैं. कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला. इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीती 16 मई की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. छात्रों का कहना है कि हमने तो इस कॉलेज को सरकारी मान्यता प्राप्त सोचकर ही दाखिला लिया. अब इस पेंच ने तो हमारे भविष्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.
वहीं, कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है. हमने सरकार के खिलाफ एक मामला झारखंड हाई कोर्ट में दायर किया है, जिसकी सुनवाई 12 जून को होगी. फैसले के बाद सभी बच्चों की परीक्षा ली जाएगी. विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण बच्चों का एडमिट कार्ड नहीं मिल पाया है. इसमें हमारे कॉलेज की कोई गलती नहीं है.

Intro:माँ-बाप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए बच्चों को अच्छे संस्थानों में दाखिला करवाते हैं। ताकि पढ़ लिखकर उनका नाम रौशन करे । लेकिन रामगढ़ जिले के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं।लगभग पाँच सौ होनहार बच्चे कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के कारण परीक्षा से वंचित हो गये हैं।







Body:--- विनोबाभावे यूनिवर्सिटी व गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ के बीच कॉलेज की संबद्धता के मामले कि आँच अब छात्रों के भविष्य पर पड़ने लगा है। यहाँ के लगभग पाँच सौ छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा देने से वंचित हो गये हैं।500 से अधिक बच्चों का एडमिट कार्ड नही मिलना ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है। जो कि एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है। आखिर इतना बड़ी लापरवाही हुई कैसे? सरकार की लापरवाही है य कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही। 



रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों का सेमेस्टर-4 व तृतीय वर्ष के बच्चों का सेमेस्टर-6 की परीक्षा है। पर कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला। इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीते 16 मई के परीक्षा में शामिल नही हो पाए। परीक्षा में शामिल नहीं होने से सभी बच्चों में काफी रोष है।
छात्रों का कहना है कि हमतो इस कॉलेज को सरकारी मान्यता प्राप्त सोंचकर ही दाखिला लिये थे। अब इस पेंच ने तो हमारे भविष्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।


BYTE 01 --- सुनील कुमार (छात्र, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़)


--- वहीँ कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। हमने सरकार के ख़िलाफ़ एक मामला झारखण्ड हाई कोर्ट में दायर किया है। जिसकी सुनवाई 12 जून को होगी। फैसले के बाद सभी बच्चों का परीक्षा लिया जायेगा।विभावि के लापरवाही के कारण बच्चों का एडमिट कार्ड नहीं मिल पाया है। इसमे हमारे कॉलेज की कोई गलती नहीं है। कॉलेज बच्चों के भविष्य में हमेशा अपना अहम भूमिका निभाते आ रहा है। हाइकोर्ट के सुनवाई के बाद ही बच्चे परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

BYTE 02 ----डॉ. नजमुल इस्लाम, उप प्राचार्य।Conclusion:VO FINAL --- अगर फ़ैसला कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जाता है तो सैकड़ों छात्रों के भविष्य पर ग्रहण लग जायेगा। ऐसे में सरकार को चाहिये कि कोई ठोस निर्णय ले। ताकि बच्चे अपनी शिक्षा सही ढंग से पूरी कर सके।अब रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज के लगभग 500 बच्चों का भविष्य हाइकोर्ट के फैसले पर तय होगा। आगामी 12 जून को हाइकोर्ट के जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत में फैसला सुनाई जाएगी। फैसला के बाद ही ये साफ होगा कि वर्ष द्वितीय और तृतीय के बच्चे अपने सेमेस्टर परीक्षा दे पाएंगे या फिर नहीं।
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