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रामगढ़ः नागौर से मजदूरों को लेकर ट्रेन बरकाकाना स्टेशन पहुंची, परिजनों ने सरकार को दिया धन्यवाद - Ramgarh latest hindi news

लॉकडाउन में देश के अन्य राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों की लगातार वापसी हो रही है. मजदूरों के लिए विशेष ट्रेन चलाई जा रही है. इसी क्रम में नागौर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 905 मजदूरों को लेकर अपने निर्धारित समय से 1 घंटे पहले ही बरकाकाना स्टेशन पहुंच गई. इस ट्रेन में राज्य के अनेक जिलों के मजदूर सवार थे.

प्रवासी मजदूरों की घर वापसी.
प्रवासी मजदूरों की घर वापसी.
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Published : May 5, 2020, 1:27 PM IST

Updated : May 5, 2020, 3:26 PM IST

रामगढ़ः लॉकडाउन में देश के अन्य राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों को वापस लाने के प्रयास लगातार तेज हो रहे हैं. कई स्पेशल ट्रेनों से प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. इसी क्रम में नागौर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 905 मजदूरों को लेकर अपने निर्धारित समय से 1 घंटे पहले ही बरकाकाना स्टेशन पहुंच गई. इस दौरान जंक्शन पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हो गए.

झारखंड राज्य के 22 जिलों के श्रमिकों को रामगढ़ जिला प्रशासन द्वारा उन्हें घर भेजा जा रहा है. बरकाकाना स्टेशन परिसर से बाहर मजदूरों को मास्क और सैनिटाइजर देकर सुरक्षा के बीच बसों में बैठाया गया.

मजदूरों को लेकर ट्रेन बरकाकाना स्टेशन पहुंची.

झारखंड की छठी श्रमिक स्पेशल ट्रेन के बरकाकाना जंक्शन पर पहुंचने पर जिला पुलिस प्रशासन ने मजदूरों का स्वागत किया. प्रवासी मजदूरों को लेकर आज राजस्थान के नागौर से तकरीबन 905 श्रमिकों को विशेष श्रमिक ट्रेन के जरिए आज बरकाकाना रेलवे स्टेशन लाया गया.

बस में बैठने से पूर्व मजदूरों को खाने के पैकेट, पानी, मास्क और सैनिटाइजर दिया गया. स्टेशन पर एक बस भरने के बाद दूसरी बस से श्रमिकों को भेजा जा रहा है. प्रवासी मजदूर जैसे ही बरकाकाना पहुंचे उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. मजदूरों का कहना था कि डेढ़ माह से कोरोना बंदी में फंसे हुए थे. सरकार द्वारा लाया जाना खुशी की बात है. इस संबंध में नागौर से लौटे मजदूर संतोष पासवान ने कहा कि अच्छा लग रहा है.

हम लोग डेढ़ माह से फंसे हुए थे. राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों को लाने की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक ममता देवी बरकाकाना रेलवे स्टेशन पहुंची और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद भी दिया.

साथ ही स्थानीय विधायक ने श्रमिकों से मुलाकात की और कार्यों का जायजा लिया. इस संबंध में विधायक ममता देवी ने कहा कि कोविड-19 पूरी तरह से फैला हुआ है, जिसको देखते हुए कई बार राज्य सरकार से डिमांड की जा रही थी कि जितने भी हमारे मजदूर को फंसे हुए हैं, उन्हें अपने जिला में लाया जाए.

साथ ही सभी मजदूरों को सही सलामत बसों में बैठाकर उनके घर लाने का काम मुख्यमंत्री ने किया है. मजदूरों को अपने घर पहुंचाने का काम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे हैं. रामगढ़ के प्रवासी मजदूरों को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. इसी कारण आज राजस्थान के नागौर से तकरीबन 905 मजदूरों का आज आगमन हुआ.

इस संबंध में रामगढ़ जिले के उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि नागौर राजस्थान से विशेष श्रमिक ट्रेन बरकाकाना रेलवे स्टेशन आई है और इसमें 905 श्रमिक आए हैं, जो राज्य के विभिन्न जिलों के हैं.

इसमें गढ़वा से 360, पलामू से 160 मजदूर आये हैं व अन्य जिलों से विभिन्न संख्या में आए हैं. इन्हें विधिवत तरीके से भेजने की तैयारी की गई है. कई जिलों से गाड़ियां आयीं और कई जिलों के लिये रामगढ़ से गाड़ी भेज रहे हैं

इस ट्रेन में राज्य के 22 जिलों के 905 प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं. इस ट्रेन में सबसे अधिक गढ़वा जिला के 367 मजदूर लौटे हैं. इस ट्रेन में पलामू के 161, धनबाद के 100, बोकारो के 56, चतरा के 38, दुमका के 30, गोड्डा के 23 रांची के 31, देवघर के 4, ईस्ट सिंहभूम 6, गिरिडीह के 6, गुमला और रामगढ़ के एक-एक, हजारीबाग के दो, जामताड़ा के 3, खूंटी के 12, लातेहार के 21, लोहरदगा के 17, पाकुड़ के 12, साहिबगंज के एक, सरायकेला खरसावां के 10, वेस्ट सिंहभूम के 3 प्रवासी मजदूर इस ट्रेन से लौटे हैं.

रामगढ़ः लॉकडाउन में देश के अन्य राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों को वापस लाने के प्रयास लगातार तेज हो रहे हैं. कई स्पेशल ट्रेनों से प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. इसी क्रम में नागौर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 905 मजदूरों को लेकर अपने निर्धारित समय से 1 घंटे पहले ही बरकाकाना स्टेशन पहुंच गई. इस दौरान जंक्शन पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हो गए.

झारखंड राज्य के 22 जिलों के श्रमिकों को रामगढ़ जिला प्रशासन द्वारा उन्हें घर भेजा जा रहा है. बरकाकाना स्टेशन परिसर से बाहर मजदूरों को मास्क और सैनिटाइजर देकर सुरक्षा के बीच बसों में बैठाया गया.

मजदूरों को लेकर ट्रेन बरकाकाना स्टेशन पहुंची.

झारखंड की छठी श्रमिक स्पेशल ट्रेन के बरकाकाना जंक्शन पर पहुंचने पर जिला पुलिस प्रशासन ने मजदूरों का स्वागत किया. प्रवासी मजदूरों को लेकर आज राजस्थान के नागौर से तकरीबन 905 श्रमिकों को विशेष श्रमिक ट्रेन के जरिए आज बरकाकाना रेलवे स्टेशन लाया गया.

बस में बैठने से पूर्व मजदूरों को खाने के पैकेट, पानी, मास्क और सैनिटाइजर दिया गया. स्टेशन पर एक बस भरने के बाद दूसरी बस से श्रमिकों को भेजा जा रहा है. प्रवासी मजदूर जैसे ही बरकाकाना पहुंचे उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. मजदूरों का कहना था कि डेढ़ माह से कोरोना बंदी में फंसे हुए थे. सरकार द्वारा लाया जाना खुशी की बात है. इस संबंध में नागौर से लौटे मजदूर संतोष पासवान ने कहा कि अच्छा लग रहा है.

हम लोग डेढ़ माह से फंसे हुए थे. राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों को लाने की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक ममता देवी बरकाकाना रेलवे स्टेशन पहुंची और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद भी दिया.

साथ ही स्थानीय विधायक ने श्रमिकों से मुलाकात की और कार्यों का जायजा लिया. इस संबंध में विधायक ममता देवी ने कहा कि कोविड-19 पूरी तरह से फैला हुआ है, जिसको देखते हुए कई बार राज्य सरकार से डिमांड की जा रही थी कि जितने भी हमारे मजदूर को फंसे हुए हैं, उन्हें अपने जिला में लाया जाए.

साथ ही सभी मजदूरों को सही सलामत बसों में बैठाकर उनके घर लाने का काम मुख्यमंत्री ने किया है. मजदूरों को अपने घर पहुंचाने का काम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे हैं. रामगढ़ के प्रवासी मजदूरों को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. इसी कारण आज राजस्थान के नागौर से तकरीबन 905 मजदूरों का आज आगमन हुआ.

इस संबंध में रामगढ़ जिले के उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि नागौर राजस्थान से विशेष श्रमिक ट्रेन बरकाकाना रेलवे स्टेशन आई है और इसमें 905 श्रमिक आए हैं, जो राज्य के विभिन्न जिलों के हैं.

इसमें गढ़वा से 360, पलामू से 160 मजदूर आये हैं व अन्य जिलों से विभिन्न संख्या में आए हैं. इन्हें विधिवत तरीके से भेजने की तैयारी की गई है. कई जिलों से गाड़ियां आयीं और कई जिलों के लिये रामगढ़ से गाड़ी भेज रहे हैं

इस ट्रेन में राज्य के 22 जिलों के 905 प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं. इस ट्रेन में सबसे अधिक गढ़वा जिला के 367 मजदूर लौटे हैं. इस ट्रेन में पलामू के 161, धनबाद के 100, बोकारो के 56, चतरा के 38, दुमका के 30, गोड्डा के 23 रांची के 31, देवघर के 4, ईस्ट सिंहभूम 6, गिरिडीह के 6, गुमला और रामगढ़ के एक-एक, हजारीबाग के दो, जामताड़ा के 3, खूंटी के 12, लातेहार के 21, लोहरदगा के 17, पाकुड़ के 12, साहिबगंज के एक, सरायकेला खरसावां के 10, वेस्ट सिंहभूम के 3 प्रवासी मजदूर इस ट्रेन से लौटे हैं.

Last Updated : May 5, 2020, 3:26 PM IST
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