रामगढ़ः जिले में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इन लोगों के पास से हथियार, रुपए और जेवरात बरामद किए हैं. पकड़े गए अपराधी झारखंड-बिहार दोनों राज्यों में लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देते थे.
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आपको बता दें कि रामगढ़ शहर में पिछले दिनों दो बड़ी वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें से पहली वारदात 11 अप्रैल को हुई थी. एलआईसी ऑफिस के सामने अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें गोली मारकर कैश बैंक कर्मी से 29 लाख 34 हजार 445 रुपए लूट कर फरार हो गए थे. इस मामले में पुलिस अभी तहकीकात कर ही रही थी कि तभी 8 मई को शहर के बीचो-बीच व्यस्ततम इलाके में अपराधियों ने फिर से ज्वेलरी दुकान में हथियार के बल पर चांदी के जेवरात लूट लिए थे.
दोनों मामले को लेकर अलग-अलग एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने तकनीकी मदद लेते हुए और गुप्त सूचना के आधार पर दोनों कांडों के सरगना और कई लूटकांड के आरोपी विभास पासवान को उसके सहयोगियों के साथ पकड़ा. इनके पास से एक देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, चांदी के जेवरात और 25000 नगद की बरामगदगी हुई है. गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास रहा है. झारखंड के जमशेदपुर, हजारीबाग, बोकारो, रामगढ़, धनबाद जिलों में कई बड़ी घटना को अंजाम दे चुके हैं. यही नहीं बिहार के पटना, हाजीपुर, नालंदा, गया जैसे शहरों में भी मास्टरमाइंड विभाष पासवान अपने सहयोगियों के साथ लूट और डकैती की वारदात को अंजाम दे चुका है.
रामगढ़ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे ने बताया कि रामगढ़ शहर में हुए दोनो घटनाओं का मास्टरमाइंड विभाष पासवान है, जो कि मूल रूप से नालंदा (बिहार) का रहने वाला है. वह अंतरराज्यीय गिरोह का मुख्य सरगना है. पकड़ाये सभी अपराधी बिहार और झारखंड राज्य के कई जिलों में हुए चर्चित लूट, डकैतीकांडों में शामिल रहे हैं. जिनका पूर्व का अपराधिक इतिहास भी है.