रामगढ़ः बिजुलिया रेलवे ओवरब्रिज के पास ठेकेदार देवांशु साहा गोलीकांड का खुलासा रामगढ़ पुलिस ने कर लिया है. घटना को अंजाम पांडे गिरोह के इशारे पर दिया गया. रामगढ़ पुलिस ने इस कांड को अंजाम देने वाले चार अपराधियों को हथियार के साथ दबोचा है(Ramgarh police arrested five criminals). इसके साथ ही साथ पतरातू के हरदेव कंस्ट्रक्शन में हुई गोलीबारी में एक अभियुक्त को देसी कट्टा के साथ धर दबोचा है.
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आपको बता दें कि दिनदहाड़े रामगढ़ थाना क्षेत्र के रेलवे ओवरब्रिज के नीचे ठेकेदार देवांशु साहा को अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर बुरी तरह घायल कर फरार हो गए. लगातार तीन दिन रामगढ़ जिले में अपराधियों ने तांडव मचाया था. पहले पतरातू के हरदेव कंस्ट्रक्शन रेल लाइन निर्माणाधीन कंपनी में 8 बाइक सवारों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी और काम बंद करने की धमकी दी थी, ठीक उसके दूसरे दिन भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा बी में अपराधियों ने पिस्तौल लहराते हुए दहशत फैलाने का काम किया था. तीसरे दिन रामगढ़ शहर में दिनदहाड़े ठेकेदार की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. जिसके बाद व्यापारियों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ था. पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ने पतरातू एसडीपीओ और रामगढ़ एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी ने टेक्निकल टीम की मदद लेकर तीनों कांडों का उद्भेदन किया है.
पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे ने प्रेस वार्ता कर रामगढ़ थाना क्षेत्र में ठेकेदार गोलीकांड का उद्भेदन करते हुए बताया कि रामगढ़ पुलिस की एसआईटी जिसका नेतृत्व रामगढ़ एसडीपीओ और सब इंस्पेक्टर रघुनाथ सिंह कर रहे थे इन लोगों ने प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए इस पूरे कांड का खुलासा किया है. कुख्यात पांडे गिरोह के सदस्यों ने इस गोलीकांड को अंजाम दिया था और लेवी के लिए ठेकेदार देवांशु साहा को गोली मारी थी. देवांशु साहा का इलाज अभी मुंबई में चल रहा है. अपराधियों ने पहले रेकी की और फिर रेकी के बाद घटना को अंजाम दिया था. इस पूरे मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है जिसमें सबका अलग-अलग काम था कोई पुलिस पर निगाह रख रहा था, किसी को हथियार उपलब्ध कराना था. गिरफ्तार अपराधियों के द्वारा अपने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में अपना-अपना अपराध स्वीकार किया गया है. जिनके निशानदेही पर इस घटना में प्रयुक्त हथियार को कुजू ओ०पी० क्षेत्र के आराकाटा, 07 नंबर कॉलोनी से बरामद कर किया गया और इस कांड में अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. अभी इस कांड में शामिल दो अभियुक्त फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हो पाएगा इन लोगों को शूट करने का आदेश पांडे गिरोह के किसने दिया था.