रामगढ़ः बहुप्रतिक्षित और महत्वाकांक्षी हजारीबाग रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना (Hazaribag Ranchi Via Barkakana Rail Project) जल्द ही पूरा होने की उम्मीद और तेज हो गई है. क्योकि शुक्रवार को पहली बार नवनिर्मित सिधवार सांकी रेलवे ट्रैक (26.6 किलोमीटर) पर पहली बार रेल इंजन का ट्रॉयल (Rail Engine trial in Sidhwar Sanki Railway) हुआ. सिधवार से सांकी तक रेल इंजन जाने में 1 घंटा 20 मिनट लगा. इस रूट में ट्रायल होने से कई जगहों पर ग्रामीणों ने खुशी का इजहार किया.
इसे भी पढ़ें- रामगढ़ में खूबसूरत वादियों और सुरंगों से होकर गुजरेगी ट्रेनः कम समय में यात्रा होगी सुगम और रोमांचक
आजादी के 75 साल बाद रामगढ़ में सिधवार से सांकी रेलगाड़ी चलता देखकर ग्रामीण काफी खुश (Rail Engine trial from Sidhwar to Sanki) हैं, उन्हें उम्मीद जगी की बहुत जल्द ट्रेन दौड़ेगी. हालांकि अभी नवनिर्मित रेल परियोजना का कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी का निरीक्षण होना बाकी है. इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य अभी चल रहा है, जगह जगह इंजीनियरिंग, टेलीफोन विभाग, सिंग्नल विभाग के साथ साथ कन्स्ट्रक्शन का कार्य तेजी से चल रहा है. इस मार्ग पर ट्रेन शरू होने से राजधानी रांची को बरकाकाना के रास्ते उत्तरी छोटानागपुर के मुख्यालय हजारीबाग और हावड़ा-नई दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड मेन लाइन पर स्थित कोडरमा से सीधे रेल यात्रियों को जोड़ने का काम करेगी.
यह नवनिर्मित रेलखंड में रेल में यात्रा करने वाले यात्रियों को सफर काफी रोमांचक लगेगा. यात्री सफर के दौरान सुंदर वादियों और चार सुरंगों का आनंद उठा पाएंगे. बरकाकाना से रांची रेल रूट चालू होने का इंतजार आसपास के गांव कोड़ी, कड़रू, जोबो, खपिया, बारीडीह, सुथरपुर, सांकी, अमझरिया, ओरियातु समेत रांची जिला के ओरमांझी प्रखंड के रेलवे रूट से सटे गांव के किसानों को भी है. किसान रेल मार्ग से कम समय और कम भाड़े में रांची के बड़े बाजार में अपनी फसलों को बेचकर अच्छी कमाई कर आर्थिक रूप से संपन्न हो सकेंगे.