रामगढ़ः बीएसएफ जवान अविनाश दुबे पुलवामा आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं कर सके और सदमे में चले गए. वो इस कदर विचलित हो गए कि घटना के दो दिन बाद ही उनकी जान चली गई. उनकी अंतिम यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्हें विदाई दी.
भुरकुंडा के रहने वाले बीएसएफ जवान अविनाश दुबे नागालैंड के कोहिमा में तैनात थे. पुलवामा आतंकी हमले से काफी दुखी हो गए. वो इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए. जिससे दो दिन के बाद उनकी जान चली गई.
जवान अविनाश दुबे के अंतिम दर्शन के लिए पूरा भुरकुंडा क्षेत्र उमड़ा. हजारीबाग सांसद और नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा उनके घर पहुंचे और दाह संस्कार में शामिल हुए. साथ ही 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद भी शामिल हुए. दामोदर श्मशान घाट पर उनका दाह-संस्कार किया गया. इससे पूर्व बीएसएफ के द्वारा राजकीय सम्मान के साथ अविनाश दुबे को सलामी दी गई. बीएसएफ के हवलदार ने तिरंगा अविनाश के पिता को सुपुर्द किया.
हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि परिवार के साथ सरकार हरसंभव मदद करने को तैयार है. मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा. साथ ही साथ वर्तमान समय में सरकार द्वारा जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह अविनाश दुबे के परिवार को दी जाएगी.