रामगढ़: पतरातू लेक (डैम) हजारीबाग में मेडिकल छात्रा का शव मिलने के मामले में पतरातू पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि छात्रा किसके साथ पतरातू लेक रिसॉर्ट पहुंची थी? कैसे पहुंची थी? और उसकी हत्या कैसे हुई?. पुलिस अभी सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है.
रामगढ़ के पतरातू डैम में मंगलवार को मेडिकल छात्रा का पैर-हाथ बंधा शव मिलने के बाद हजारीबाग और रामगढ़ जिला में सनसनी फैल गई. इस मामले में पतरातू थाना प्रभारी भरत पासवान के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई. बुधवार को भी पुलिस टीम ने पतरातू एसडीपीओ पतरातू के नेतृत्व में शव मिलने वाले स्थल (डैम) पर पहुंचकर दोबारा निरीक्षण किया. वहां मौजूद नाविकों को पानी के अंदर भेजकर सुराग तलाशने की कोशिश भी की गई. मामले की जांच की जिम्मेदारी पतरातू सर्किल इंस्पेक्टर लिलेश्वर महतो को सौंपी गई है.
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पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तहकीकात के लिए डीआईजी ने हजारीबाग और रामगढ़ एसपी के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया है. दोनों पुलिस अधीक्षक की ओर से हजारीबाग मेडिकल छात्रावास की भी पूरी पड़ताल की गई, ताकि पूरे मामले का खुलासा हो सके. वीडियोग्राफी के साथ-साथ पूरे डॉक्टरों की टीम और मजिस्ट्रेट के सामने शव का पोस्टमार्टम किया गया. हालांकि अब तक इस पूरे मामले का खुलासा नहीं हो पाया है कि मेडिकल की छात्रा पतरातू डैम तक कैसे पहुंची? उसकी हत्या हुई है? या फिर हत्या कर शव को लाकर फेंका गया है?. पुलिस सभी बिंदु की बारीकियों से जांच कर रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मेडिकल छात्रा के केवल पेट में पानी भरा हुआ मिला. शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं पाए गए हैं. मेडिकल छात्रा की मौत की गुत्थी अभी भी रामगढ़ पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. पुलिस पतरातू लेक रिसॉर्ट के अलावा डैम के आसपास के होटलों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने में जुटी है.