रामगढ़: पंजाब के जालंधर से दूसरी विशेष श्रमिक ट्रेन बरकाकाना जंक्शन पहुंची. इस विशेष ट्रेन से झारखंड के 1 हजार 242 और अन्य राज्यों के 18 प्रवासी मजदूर आए हैं. सभी मजदूरों को बसों के माध्यम से अपने-अपने जिलों में भेज दिया गया, जहां उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी और 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रख कर मॉनिटरिंग की जाएगी.
नहीं की गई मजदूरों की स्क्रीनिंग
जानकारी के अनुसार विशेष श्रमिक ट्रेन से आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में पहुंचने के बाद वहां के जिला प्रशासन की ओर से उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. बरकाकाना रेलवे स्टेशन पर उनकी स्क्रीनिंग नहीं की गई. मजदूरों को लेकर पहुंची विशेष ट्रेन से उतरकर जब मजदूर बसों में बैठने लगे, उस दौरान कुछ देर वहां अफरा-तफरी मची रही.
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इन जिलों के हैं ये प्रवासी मजदूर
इन मजदूरों में बोकारो के 22, पूर्वी सिंहभूम के 40, गुमला के 51, हजारीबाग के 45, रांची के 37, रामगढ़ के 7, सिमडेगा के 60, चतरा के 46, पश्चिमी सिंहभूम के 46, सरायकेला के 3, खूंटी के 20, गोड्डा के 86, दुमका के 4, पाकुड़ के 2, देवघर के 15, जामताड़ा के 2, पलामू के 394, गिरिडीह के 29, गढ़वा के 37, कोडरमा के 58, लातेहार के 6, लोहरदगा के 5, धनबाद के 18, साहिबगंज के 229, बिहार के कटिहार के 4, बेतिया के 9, पूर्णिया के 4 और सिलीगुड़ी के 1 प्रवासी श्रमिक मजदूर शामिल हैं.
हालांकि, सरायकेला, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, लोहरदगा, बेतिया, पूर्णिया और सिलीगुड़ी के इन श्रमिकों को कैसे भेजे जाए. अभी इसकी तैयारी चल रही है. क्योकि इन जिलों और राज्य की ओर से अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है.