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रामगढ़ः सूर्यग्रहण को लेकर 3 घंटे तक बंद रहेगा प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट - रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर

रामगढ़ के रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट गुरुवार को सुर्य ग्रहण के कारण बंद रहेगा. इस दौरान मंदिर में किसी भी तरह की पूजा- अर्चना नहीं होगी. मंदिर के पुजारी ने जानकारी दी कि सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का पट बंद रहेगा.

रामगढ़ः सूर्यग्रहण को लेकर 3 घंटे तक बंद रहेगा प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट
मां छिन्नमस्तिका मंदिर
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Published : Dec 25, 2019, 11:49 PM IST

रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट साल के अंतिम सूर्य ग्रहण के दौरान लगभग 3 घंटे तक बंद रहेगा. ग्रहण के दौरान मंदिर में किसी तरह की कोई भी पूजा-अर्चना नहीं होगी. सूर्य ग्रहण होने के कारण सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का कपाट बंद रहेगा. विशेष पूजा अर्चना के बाद माता का दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे.

देखें पूरी खबर

विशेष पूजा अर्चना के बाद खुलेंगे कपाट

ग्रहण काल समाप्त होने के बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. इसके बाद माता को दूध, घी, गंगाजल, मधु, सुगंधित द्रव्य से स्नान कराया जाएगा. स्नान के बाद माता का श्रृंगार कर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी, जिसके बाद फिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कपाट खोल दिया जाएगा. मंदिर के पुजारी ने बताया कि रजरप्पा में काशी के पंचांग के अनुसार बंद होता है और खुलता है. यहां सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का पट बंद रहेगा. इस दौरान किसी भी तरह का पूजा पाठ नहीं होगा. 3 घंटे बाद मंदिर का पट खुलेगा और विशेष पूजा अर्चना के बाद फिर श्रद्धालु माता का दर्शन कर सकेंगे.

यह भी पढ़ें- हेमंत सोरेन ने निर्मल महतो की जयंती पर किए श्रद्धा सुमन अर्पित, कहा- उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें

इस दौरान ग्रहण लगने से पहले शुद्ध जल में स्नान कर जाप हवन गुरु मंत्र का जाप, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धि ग्रहण काल में कर सकते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर शुद्ध होने के बाद पूजा कर दान देना चाहिए.

ग्रहण काल के दौरान क्या ना करें

इस दौरान खानपान, शोर-शराबा, पूजा-पाठ आदि करना निषेध माना जाता है. इस दौरान सुंदरकांड का पाठ या कृष्ण के मूर्ति या फोटो के सामने बैठकर गुरु का ध्यान और मंत्र का जाप करें.

रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट साल के अंतिम सूर्य ग्रहण के दौरान लगभग 3 घंटे तक बंद रहेगा. ग्रहण के दौरान मंदिर में किसी तरह की कोई भी पूजा-अर्चना नहीं होगी. सूर्य ग्रहण होने के कारण सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का कपाट बंद रहेगा. विशेष पूजा अर्चना के बाद माता का दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे.

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विशेष पूजा अर्चना के बाद खुलेंगे कपाट

ग्रहण काल समाप्त होने के बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. इसके बाद माता को दूध, घी, गंगाजल, मधु, सुगंधित द्रव्य से स्नान कराया जाएगा. स्नान के बाद माता का श्रृंगार कर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी, जिसके बाद फिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कपाट खोल दिया जाएगा. मंदिर के पुजारी ने बताया कि रजरप्पा में काशी के पंचांग के अनुसार बंद होता है और खुलता है. यहां सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का पट बंद रहेगा. इस दौरान किसी भी तरह का पूजा पाठ नहीं होगा. 3 घंटे बाद मंदिर का पट खुलेगा और विशेष पूजा अर्चना के बाद फिर श्रद्धालु माता का दर्शन कर सकेंगे.

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सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें

इस दौरान ग्रहण लगने से पहले शुद्ध जल में स्नान कर जाप हवन गुरु मंत्र का जाप, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धि ग्रहण काल में कर सकते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर शुद्ध होने के बाद पूजा कर दान देना चाहिए.

ग्रहण काल के दौरान क्या ना करें

इस दौरान खानपान, शोर-शराबा, पूजा-पाठ आदि करना निषेध माना जाता है. इस दौरान सुंदरकांड का पाठ या कृष्ण के मूर्ति या फोटो के सामने बैठकर गुरु का ध्यान और मंत्र का जाप करें.

Intro:देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट साल के अंतिम सूर्य ग्रहण के दौरान लगभग 3 घंटे तक बंद रहेगा ग्रहण के दौरान मंदिर में किसी तरह का कोई भी पूजा-अर्चना नहीं होगी।


Body:इस सदी का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर लगने जा रहा है सूर्य ग्रहण होने के कारण सुबह 8:22 से लेकर 11 बजकर 22 मिनट रहेगा जिसके कारण रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट बंद रहेगा। पुनः विशेष पूजा अर्चना के बाद मां भगवती छिन्नमस्तिका दर्शन श्रद्धालुओं के लिए प्रारंभ होगा।

ग्रहण काल समाप्त होने के बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे इसके बाद माता को दूध , घी, गंगाजल, मधु, सुगंधित द्रव्य से स्नान कराया जाएगा ।स्नान के बाद माता का सिंगार कर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी जिसके बाद फिर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन शुरू किया जाएगा।

मंदिर के पुजारी ने बताया कि रजरप्पा में काशी के पंचांग के अनुसार यहां का पट बंद होता है और खुलता है यहां 8:22 और से लेकर 11:22 तक मंदिर का पट बंद रहेगा इस दौरान किसी भी तरह का पूजा पाठ नहीं होगा 3 घंटे बाद मंदिर का पट खुलेगा और विशेष पूजा अर्चना के बाद फिर श्रद्धालुओं माता का दर्शन कर सकेंगे।


बाइट शुभाशीष पंडा मंदिर न्यास समिति सचिव

बाइट अजय पंडा वरिष्ठ पुजारी रजरप्पा मंदिर

बाइट असीम पंडा वरिष्ठ पुजारी रजरप्पा मंदिर



सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें

इस दौरान ग्रहण लगने से पहले शुद्ध जल में स्नान कर जाप हवन गुरु मंत्र का जाप , रामायण ,सुंदरकांड का पाठ ,तंत्र सिद्धि ग्रहण काल में कर सकते हैं ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों मैं स्नान कर शुद्ध होने के बाद पूजा कर दान देना चाहिए।


ग्रहण काल के दौरान क्या ना करें

इस दौरान खानपान, शोर शराबा, पूजा-पाठ आदि करना निषेध माना जाता है इस दौरान सुंदरकांड का पाठ या कृष्ण के मूर्ति या फोटो के सामने बैठकर गुरु का ध्यान और मंत्र का जाप करें क्योंकि ग्रहण के दौरान सूर्य से पाराबैगनी कितने निकलती हैं जो हानिकारक होती हैं।



Conclusion:ग्रहण काल के बाद नदियों और जलाशयों में स्नान और तीर्थ स्थलों पर पहुंचकर पूजा-अर्चना का विशेष फल मिलता है ऐसे में देश के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ स्थल माँ छिन्मस्तिका मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहेगी

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