रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल छिन्नमस्तिका मंदिर का कपाट साल के अंतिम सूर्य ग्रहण के दौरान लगभग 3 घंटे तक बंद रहेगा. ग्रहण के दौरान मंदिर में किसी तरह की कोई भी पूजा-अर्चना नहीं होगी. सूर्य ग्रहण होने के कारण सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का कपाट बंद रहेगा. विशेष पूजा अर्चना के बाद माता का दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे.
विशेष पूजा अर्चना के बाद खुलेंगे कपाट
ग्रहण काल समाप्त होने के बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. इसके बाद माता को दूध, घी, गंगाजल, मधु, सुगंधित द्रव्य से स्नान कराया जाएगा. स्नान के बाद माता का श्रृंगार कर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी, जिसके बाद फिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कपाट खोल दिया जाएगा. मंदिर के पुजारी ने बताया कि रजरप्पा में काशी के पंचांग के अनुसार बंद होता है और खुलता है. यहां सुबह 8:22 से लेकर 11:22 तक मंदिर का पट बंद रहेगा. इस दौरान किसी भी तरह का पूजा पाठ नहीं होगा. 3 घंटे बाद मंदिर का पट खुलेगा और विशेष पूजा अर्चना के बाद फिर श्रद्धालु माता का दर्शन कर सकेंगे.
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सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें
इस दौरान ग्रहण लगने से पहले शुद्ध जल में स्नान कर जाप हवन गुरु मंत्र का जाप, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धि ग्रहण काल में कर सकते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर शुद्ध होने के बाद पूजा कर दान देना चाहिए.
ग्रहण काल के दौरान क्या ना करें
इस दौरान खानपान, शोर-शराबा, पूजा-पाठ आदि करना निषेध माना जाता है. इस दौरान सुंदरकांड का पाठ या कृष्ण के मूर्ति या फोटो के सामने बैठकर गुरु का ध्यान और मंत्र का जाप करें.