रामगढ़: जिले के गोला रेलवे साइडिंग से बड़े पैमाने पर कोयले की हेराफेरी का खेल चल रहा है, जिससे सरकार को हर महीने लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है. इसे लेकर रामगढ़ विधायक ममता देवी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है.
अधिकारियों पर उठ रहे सवाल
गोला रेलवे साइडिंग से बड़े पैमाने पर कोयले की हेराफेरी का खेल चल रहा है. माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने जाच अभियान चलाया. इस दौरान खनन अधिकारी अमरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में हजारों टन कोयला के साथ दर्जनों हाइवा जब्त किया गया, लेकिन माइनिंग विभाग ने केवल दो ही हाइवा गोला पुलिस के हवाले किया. मामले को लेकर जिला खनन अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों की भूमिका पर लोग सवाल उठाने लगे हैं.
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हाइवा चालकों के कागजात की जांच से मामला उजागर
रामगढ़ के गोला रेलवे साइडिंग से हाइवा डंपर पर कोयला लादा जा रहा था. जब खनन पदाधिकारियों ने हाइवा चालकों के कागजात की जांच की तो पता चला कि जो चालान दिया गया है, वह बचरा रेलवे साइडिंग का है. इससे साफ जाहिर होता है कि बचरा रेलवे साइडिंग के चालान पर गोला रेलवे साइडिंग से बड़े पैमाने पर कोयला का उठाव किया जा रहा है, जिससे कोयले की हेराफेरी का संदेह और बढ़ जाता है. मामले को लेकर रामगढ़ खनन पदाधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया और कार्यालय में भी मुलाकात नहीं की.
करोड़ों रुपए के राजस्व चोरी का मामला
गोला रेलवे साइडिंग से बिना चालान के हजारों टन कोयला की ढुलाई जिला माइनिंग विभाग और जिला प्रशासन की मिलीभगत से करवाने का आरोप लगाया जा रहा है. यह भी जांच का विषय है कि आखिर बचरा रेलवे साइडिंग के चालान पर गोला रेलवे साइडिंग से कोयला की ढुलाई कैसे की जा रही है और बिना चालान के ही गोला रेलवे साइडिंग से आखिर करीब चार हजार मैट्रिक टन कोयले की ढुलाई कैसे कर दी गई.