रामगढ़: हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा रामगढ़ भाजपा कार्यालय पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने बिजली की समस्या और कोरोना वायरस को लेकर झारखंड सरकार पर सीधा निशाना साधा.
डीवीसी के बकाया बिल को लेकर उन्होंने झारखंड सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार प्रदेश में प्रत्येक घर में 20 से 22 घंटे तक निर्बाध बिजली की सप्लाई करती थी लेकिन हेमंत सरकार ने तत्कालीन सरकार के किए गए शर्तों को तोड़ दिया. जिसके कारण डीवीसी कमांड क्षेत्र के 7 जिलों की स्थिति बद से बदतर हो गई थी लेकिन उनके बताए गए सुझाव पर झारखंड सरकार ने पहल की और अब लोगों को बिजली की समस्या से राहत मिली है.
जयंत सिन्हा ने बताया कि 2014 में जब भाजपा की सरकार झारखंड में बनी थी तब डीवीसी का 8,000 करोड़ों का बकाया था. उस दौरान सरकार ने लोन लेकर उस कर्ज को चुकाया है और इस बकाए को 5,000 करोड़ तक लेकर आए. तत्कालीन रघुवर सरकार ने लोगों को बिजली उपलब्ध कराने के लिए हर जगह बिजली के तार पोल सब स्टेशन बनवाएं हैं.
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
सांसद जयंत सिन्हा ने झारखंड में मौजूदा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे गंभीर बीमारी पर सरकार सचेत नहीं है. इस गंभीर कोरोना वायरस को लेकर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. कोरोना वायरस ने विश्व स्तर पर लोगों के बीच दहशत फैला दिया है. कई देशों ने आपातकाल के रूप में घोषित किया गया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे आपातकाल के रूप में लिया है. कई राज्य काफी गंभीर हैं लेकिन ऐसे गंभीर वायरस पर झारखंड सरकार अभी तक सोई हुई है.
जयंत सिन्हा ने सीएम से की प्रार्थना
सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि कोरोना जैसे विषय पर मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि वह पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा के प्रति सचेत करें और उसकी तैयारी बेहतर ढंग से की जाए ताकि इस बीमारी से यदि कोई ग्रसित हो तो उसका इलाज तुरंत संभव हो सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दें. इसके साथ ही वैसे सभी स्थानों को प्रतिबंधित करें जहां भीड़ इकट्ठा होती है. अस्पतालों की व्यवस्था को दुरुस्त करें.
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जयंत सिन्हा ने कहा कि अगल बगल के कई राज्यों ने कोरोना वायरस को आपातकालीन तौर पर लिया है. वहां 31 मार्च तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है. यही नहीं मुख्यमंत्री टीवी, रेडियो, इंटरनेट, सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आए और लोगों को इस आपदा से सचेत होने की अपील करें ताकि इस गंभीर बीमारी के बारे में लोग जाने और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें.