रामगढ़: गोला वन क्षेत्र में एक बार फिर हाथियों का आतंक बढ़ गया है. जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गुरुवार रात भी हाथियों ने सैकड़ों एकड़ जमीन में लगे खेती को तरस-नहस कर दिया, साथ ही कई घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. लगातार 15 दिनों से हाथियों के बढ़ते हुए आतंक ने लोगों को परेशान कर दिया है.
रामगढ़ में हाथियों के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से ग्रामीणों को उचित मुआवजा देने, हाथियों के उत्पात से बचाने और ग्रामीणों के बीच हाथियों को भगाने की सामग्री वितरण करने की मांग की है. लोगों ने बताया कि शाम ढलते ही हाथियों का झुंड गांव में मंडराने लगता है, जिससे हर वक्त ग्रामीणों के बीच में जान का खतरा बना रहता है.
वन विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए रहे हैं
हालांकि, हाथियों के उत्पात को लेकर कई वार वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई. लेकिन वन विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं. बताया जाता है कि हाथियों के डर से ग्रामीण शाम ढलते ही अपने-अपने घरों में दुबकने को विवश हो जाते हैं. वहीं, कुछ लोग राच में टोली बना कर सर्च लाईट, पटाखा, केरोसीन, मशाल आदि लेकर हाथियों को भगाने के चक्कर में व्यस्त रहते हैं.
बता दें कि लगातार हाथी इस क्षेत्र में विचरण करते हैं लेकिन आज तक हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग या जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई. ताकि इस क्षेत्र के लोग बिना भय के रह सके.