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6th JPSC Exam: 326 अधिकारियों को पद मुक्त करने की बढ़ी मांग, जेपीएससी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

छठी जेपीएससी परीक्षा में अवैध तरीके से चयनित अधिकारियों की नियुक्ति रद्द करने की मांग ने अब जोर पकड़ लिया है. इसे लेकर जेपीएससी के असफल अभ्यर्थियों ने मंगलवार को रामगढ़ के सुभाष चौक पर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार से इसे जल्द रद्द करने की मांग की.

Demonstration for release of 326 officers of JPSC in ramgarh
जेपीएससी के 326 अधिकारियों को पद मुक्त करने की मांग
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Published : Jun 22, 2021, 7:38 PM IST

रामगढ़: छठी जेपीएससी परीक्षा ( 6th JPSC Exam) में गलत ढंग से चयनित 326 अधिकारियों की नियुक्ति को रद्द करने की लगातार मांग की जा रही है. झारखंड हाई कोर्ट ने भी इस नियुक्ति को अवैध घोषित कर दिया है. इसके बावजूद इसे अब तक रद्द नहीं किया गया है. इसे लेकर मंगलवार को जेपीएससी के असफल अभ्यर्थियों ने सुभाष चौक के समीप प्रदर्शन किया.

ये भी पढ़ें-छठी जेपीएससी मामले पर झारखंड हाई कोर्ट का फैसला, अभ्यर्थियों ने क्या कहा, पढ़ें रिपोर्ट

झारखंड में बढ़ रहा भ्रष्टाचार

अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले 20 सालों में जितने भी जेपीएससी एग्जाम (JPSC Exam) हुए हैं, सभी में भ्रष्टाचार हुए हैं, लेकिन छठी जेपीएससी परीक्षा (6th JPSC Exam) सबसे विवादित रही है. अधिकतर जीपीएससी मामले में सीबीआई (CBI) जांच भी चल रही है. अवैध ढंग से चयनित अभ्यर्थी नौकरी कर रहे हैं और झारखंड में भ्रष्टाचार बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि वे लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं. हाई कोर्ट ने 7 जून को छठी जेपीएससी परीक्षा ( 6th JPSC Exam) में गलत ढंग से मेरिट में चयनित 326 अधिकारियों की नियुक्ति को अवैध घोषित कर दिया है, इसलिए सभी को पदों को खाली कर देना चाहिए और जेपीएससी परीक्षा में पारदर्शिता बरतनी चाहिए.

जेपीएससी अभ्यर्थी का बयान

सभी जिलों में होगा प्रदर्शन

अभ्यर्थियों का कहना कि वे लोग अब राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेंगे. वहीं, जेपीएससी के अभ्यर्थी सफी इमाम ने कहा कि हाई कोर्ट ने जो आदेश दिया है, उसका अनुपालन हेमंत सरकार अब तक नहीं कर पाई है, जिसका वे लोग विरोध कर रहे हैं, ताकि जेपीएससी के भ्रष्ट पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके.

रामगढ़: छठी जेपीएससी परीक्षा ( 6th JPSC Exam) में गलत ढंग से चयनित 326 अधिकारियों की नियुक्ति को रद्द करने की लगातार मांग की जा रही है. झारखंड हाई कोर्ट ने भी इस नियुक्ति को अवैध घोषित कर दिया है. इसके बावजूद इसे अब तक रद्द नहीं किया गया है. इसे लेकर मंगलवार को जेपीएससी के असफल अभ्यर्थियों ने सुभाष चौक के समीप प्रदर्शन किया.

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झारखंड में बढ़ रहा भ्रष्टाचार

अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले 20 सालों में जितने भी जेपीएससी एग्जाम (JPSC Exam) हुए हैं, सभी में भ्रष्टाचार हुए हैं, लेकिन छठी जेपीएससी परीक्षा (6th JPSC Exam) सबसे विवादित रही है. अधिकतर जीपीएससी मामले में सीबीआई (CBI) जांच भी चल रही है. अवैध ढंग से चयनित अभ्यर्थी नौकरी कर रहे हैं और झारखंड में भ्रष्टाचार बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि वे लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं. हाई कोर्ट ने 7 जून को छठी जेपीएससी परीक्षा ( 6th JPSC Exam) में गलत ढंग से मेरिट में चयनित 326 अधिकारियों की नियुक्ति को अवैध घोषित कर दिया है, इसलिए सभी को पदों को खाली कर देना चाहिए और जेपीएससी परीक्षा में पारदर्शिता बरतनी चाहिए.

जेपीएससी अभ्यर्थी का बयान

सभी जिलों में होगा प्रदर्शन

अभ्यर्थियों का कहना कि वे लोग अब राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेंगे. वहीं, जेपीएससी के अभ्यर्थी सफी इमाम ने कहा कि हाई कोर्ट ने जो आदेश दिया है, उसका अनुपालन हेमंत सरकार अब तक नहीं कर पाई है, जिसका वे लोग विरोध कर रहे हैं, ताकि जेपीएससी के भ्रष्ट पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके.

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