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शक्तिपीठ छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्तों की उमड़ी भीड़, माता को मछली का लगाया गया भोग

प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में विजयादशमी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. आज के दिन माता को मछली का विशेष भोग लगाया जाता है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.

छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्तों की उमड़ी भीड़
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Published : Oct 8, 2019, 5:11 PM IST

रामगढ़ः विजयादशमी के मौके पर रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा है. परंपरा के अनुसार आज रजरप्पा मंदिर में मां छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया जाता है. माता को नवरात्र के दशमी के दिन मछली का भोग लगाया गया.

देखें पूरी खबर

देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में विजयादशमी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. बिहार, बंगाल और ओडिशा सहित देश के कोने-कोने से श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे.

दर्शन के लिए 4 किलोमीटर लंबी लाइन
दशहरे के दिन यहां कितनी भीड़ होती है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंदिर में दर्शन के लिए चार किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही. वहीं, जिला प्रशासन और मंदिर न्यास समिति के चाक-चौबंद व्यवस्था से श्रद्धालु आसानी से लाइन में लगकर पूजा अर्चना संपन्न सके. श्रद्धालुओं ने इस शुभ दिन पर मां भगवती से अपने परिवार और देश की सुख-शांति समृद्धि की कामना की.

माता को मछली का भोग
परंपरा के अनुसार विजयादशमी पर रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया गया. कहा जाता है की प्रसिद्ध शक्ति पीठ मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा के कण-कण में मां भगवती का वास है. यही कारण है की यहां नवरात्र के मौके पर साधक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए साधना करते है.

सदियों से चली आ रही है यह प्रथा
माना जाता है कि मां अपने भक्तों की सभी कामना पूरी करती हैं. मंदिरों से हटकर विजयदशमी के दिन मां छिन्नमस्तिके को मछली का विशेष भोग लगाया जाता है. यह प्रथा रजरप्पा मंदिर में सदियों से चली आ रही है. जिस को आज भी यहां के पंडा उस परंपरा को निभाते आ रहे हैं. पुजारी के अनुसार यह भोग भी मानव कल्याण के लिए ही मां को अर्पण किया जाता है.

रामगढ़ः विजयादशमी के मौके पर रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा है. परंपरा के अनुसार आज रजरप्पा मंदिर में मां छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया जाता है. माता को नवरात्र के दशमी के दिन मछली का भोग लगाया गया.

देखें पूरी खबर

देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में विजयादशमी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. बिहार, बंगाल और ओडिशा सहित देश के कोने-कोने से श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे.

दर्शन के लिए 4 किलोमीटर लंबी लाइन
दशहरे के दिन यहां कितनी भीड़ होती है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंदिर में दर्शन के लिए चार किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही. वहीं, जिला प्रशासन और मंदिर न्यास समिति के चाक-चौबंद व्यवस्था से श्रद्धालु आसानी से लाइन में लगकर पूजा अर्चना संपन्न सके. श्रद्धालुओं ने इस शुभ दिन पर मां भगवती से अपने परिवार और देश की सुख-शांति समृद्धि की कामना की.

माता को मछली का भोग
परंपरा के अनुसार विजयादशमी पर रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया गया. कहा जाता है की प्रसिद्ध शक्ति पीठ मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा के कण-कण में मां भगवती का वास है. यही कारण है की यहां नवरात्र के मौके पर साधक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए साधना करते है.

सदियों से चली आ रही है यह प्रथा
माना जाता है कि मां अपने भक्तों की सभी कामना पूरी करती हैं. मंदिरों से हटकर विजयदशमी के दिन मां छिन्नमस्तिके को मछली का विशेष भोग लगाया जाता है. यह प्रथा रजरप्पा मंदिर में सदियों से चली आ रही है. जिस को आज भी यहां के पंडा उस परंपरा को निभाते आ रहे हैं. पुजारी के अनुसार यह भोग भी मानव कल्याण के लिए ही मां को अर्पण किया जाता है.

Intro:विजय दशमी के मौके पर आज रजरप्पा में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा परंपरा के अनुसार आज रजरप्पा में माँ छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया गया / यहां माता को नवरात्र के दशमी के दिन मछली का भोग लगाया जाता है


Body:--- देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में विजयादशमी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी । बिहार,बंगाल व उड़ीसा सहित देश के कोने-कोने से श्रद्धालु माँ के दर्शन को पहुंचे । यहाँ चार किलोमीटर लंबी लाइन लगी । परन्तु जिला प्रशासन व मंदिर न्यास समिति के चाक-चौबंद व्यवस्था से श्रद्धालु आसानी से लाइन में लगकर पूजा किये ।श्रद्धालु इस शुभ दिन माँ भगवती से अपने परिवार व देश की सुख-शांति व समृद्धि की कामना किये।

--- अनुष्का (श्रद्धालु,धनबाद)




--- वहीँ परंपरा के अनुसार आज रजरप्पा में माँ छिन्नमस्तिका को अनोखा भोग लगाया गया। कहा जाता है की प्रसिद्ध शक्ति पीठ माँ छिन्मस्तिके रजरप्पा के कण -कण में माँ भगवती का वास है। यही कारन है के यहाँ नवरात्र के मौके पर साधक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए साधना करते है । साथ ही माँ भी अपने भक्तो की सभी कामना पूरी करती हैं । वहीं और मंदिरो से हटकर विजय दशमी के दिन माँ छिन्नमस्तिके को विशेष भोग मछली के रूप में लगाया जाता है । यह प्रथा रजरप्पा मंदिर में शादियों से चली आरही है जिस को आज भी यहाँ के पंडा उस परंम्परा को निभाते आरहे है । पुजारी के अनुसार यह भोग भी मानव कल्याण के लिये ही माँ को अर्पण किया जाता है!


BYTE 02 --- शुभाशीष पंडा (पुजारी, रजरप्पा मंदिर)

Conclusion:
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