गोड्डा: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए झारखंड में कांग्रेस के सभी विधायक को विशेष तौर पर जिम्मेवारी सौंपी गयी है. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि सभी विधायक प्रचार की कमान अलग-अलग क्षेत्र में संभाल रहे है. उन्होंने कहा कि पिछला चार उपचुनाव महागठबंधन ने जीता है और पांचवीं बार भी भारी मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे.
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जीत का दावा: इतना ही नहीं दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि रामगढ़ उपचुनाव के साथ ही नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्य में चुनाव हो रहे हैं. साथ ही अन्य 9 राज्यों में इसी साल चुनाव होना है, जिसमें कांग्रेस और उसकी समान विचारधारा की पार्टी की सरकार बनेगी. गौरतलब है कि रामगढ़ की विधायक ममता देवी को कोर्ट ने गोला-गाली कांड सजा सुनाई है. इसके बाद उनकी सदस्यता चली गयी और रामगढ़ विधानसभा की सीट खाली हो गई. इसी खाली सीट पर रामगढ़ में 27 फरवरी को उपचुनाव होना है.
बढ़ गई राजनीतिक हलचल: रामगढ़ उपचुनाव को लेकर झारखंड में राजनीतिक हलचल काफी तेज हो गई है. राजनीतिक दृष्टिकोण से यह उपचुनाव काफी अहम माना जा रहा है. यही कारण है कि चुनाव से पहले क्रेंद्रीय मंत्रियों ने भी झारखंड का खूब दौरा किया. अब उचुनाव होने में कुछ दिन ही बचे हैं. इस बीच सभी दल चुनावी प्रचार प्रसार में जुटे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे उनके पक्ष में वोट दे.
चुनावी मैदान में होंगे कुल 18 प्रत्याशी: रामगढ़ के रण में कुल 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. इस उपचुनाव में एनडीए की ओर से आजसू की सुनीता चौधरी प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं यूपीए की ओर से पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा छोटे दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमाएंगे.