रामगढ़: जिले के निजी अस्पताल वृंदावन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर में नवजात की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है. इसकी सूचना पर बाल कल्याण समिति और रामगढ़ पुलिस ने छापेमारी कर चार माह के नवजात को बरामद किया है.
बच्चे की खरीद-बिक्री का आरोप
वृंदावन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डॉ मालती आचार्य पर रामगढ़ जिला बाल कल्याण समिति ने बच्चे की खरीद-बिक्री का आरोप लगाया है. डॉक्टर मालती आचार्य रामगढ़ जिले सहित झारखंड की प्रसिद्ध महिला डॉक्टर है. बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी ने बताया कि पुलिस और वे लोग जब अस्पताल पहुंचे, बच्चों के बारे में जानकारी लेनी चाही तो वहां उपस्थित दाई, डॉक्टर और नर्स ने अलग-अलग बयान दिया है.
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पुलिस ने किया बच्चों को बरामद
जिसके बाद बाल कल्याण समिति रामगढ़ के अध्यक्ष ने संस्थान को आवेदन लिख कर दोनों नवजात बच्चों को आश्रय देने का निवेदन किया है. बाल कल्याण समिति रामगढ़ के अध्यक्ष मुन्ना कुमार पांडे ने बताया कि प्राप्त लिखित आवेदन और गुप्त सूचना के आधार पर बाल कल्याण समिति के सदस्य और वो रामगढ़ पुलिस पहुंचकर दोनों बच्चों को बरामद किया है. दोनों बच्चों को खरीद-फरोख्त के लिए यहां लाया गया था. इन बच्चों को बाहर से खरीद कर लाया गया है, इसके साथ ही एक बच्चे को खलारी में बेचे जाने की सूचना है.
जांच के बाद सब कुछ होगा साफ
वहीं, सीडब्ल्यूसी की सदस्य शांति बागे ने बताया कि सूचना के आधार पर टीम बनाकर कार्रवाई की गई है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. हालांकि मामला भी संदेहास्पद है, कोई भी दोनों बच्चों के माता-पिता का नाम नहीं बता पा रहा है. यही नहीं इन बच्चों को कहां से लाया गया है इसका भी सत्यापन नहीं हो पा रहा है पूरे मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा.