रामगढ़ः बरकाकाना गोलीकांड के शिकार सफाई कर्मचारी के पीड़ित परिवार से उपायुक्त और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य ने मुलाकात की. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर उनका हाल जाना. वहीं, जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता राशि भी प्रदान की. बता दें कि इससे पहले रेलवे प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार को सहायता राशि प्रदान की गई थी.
बता दें कि 17 अगस्त को बरकाकाना गांधी मैदान के आरपीएस कॉलोनी में आरपीएफ जवान ने 5 लोगों को गोली मारी थी. जिसमें 3 सदस्यों की मौत हो गई थी. वहीं, 2 गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिनका इलाज चल रहा है. इस कांड का मुख्य आरोपी आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है. पीड़ित परिवार से मिलने के बाद आयोग के सदस्य और जिला प्रशासन ने बताया कि तत्काल परिवार के आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 लाख की सहायता राशि दी गई है. रेलवे की तरफ से अब तक उन्हें एक लाख 75 हजार की राशि दी गई है. वहीं, 50 हजार की राशि सोमवार तक उनके खाते में चली जाएगी.
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य दिलीप के. हाथीबेड़ ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन झारखंड में नहीं हो रहा है. सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन भी नहीं मिल पा रहा है. यहां सब काम आउटसोर्सिंग के जरिए हो रहा है. वहीं, गोलीकांड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आरपीएफ के जवान पवन कुमार सिंह ने एक ही परिवार के 5 सदस्यों को गोलियों से भून डाला. जो काफी निंदनीय है इसमें तीन नहीं बल्कि 4 जानें गई हैं. एक नवजात जिसने पेट में ही दम तोड़ दिया, जबकि 2 की हालत अभी गंभीर है. इस पूरे मामले में रेलवे विभाग पीड़ित परिवार को नौकरी और मुआवजा दे और जवान को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे.
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वहीं, उपायुक्त संदीप कुमार सिंह ने बताया कि आश्रितों को विक्टिम कंपनसेशन फंड के तहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी. वहीं, जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री राहत कोष से उन्हें 5 लाख की सहायता देने की अनुशंसा भी राज्य सरकार से की है. अनुमंडल पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी अस्पताल जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि घायल के इलाज में किसी तरह की कोई कमी न रहे. मृतक के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनके पास रहने के लिए अस्थाई घर नहीं है. सर्किल ऑफिसर को पीड़ित परिवार को जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया, जिससे उन्हें आवास उपलब्ध कराया जा सके.