रामगढ़: पिछले पांच वर्षों से बंद जिले के अरगड्डा सीसीएल क्षेत्र की सिरका अरगड्डा कोलियरी में उत्पादन और बिक्री फिर से शुरू हो गई है. सीटीओ मिलने के बाद उत्पादन और स्थानीय बिक्री शुरू होने से स्थानीय श्रमिकों में एक नई उम्मीद जगी है. करीब पांच साल बाद जिले के रामगढ़ और गिद्दी थाना क्षेत्र की सीमा पर स्थित कोयलांचल की ओपेन कास्ट कोलियरी में शामिल सिरका अरगड्डा कोलियरी को विभाग ने सीटीओ दे दिया है और सिरका अरगड्डा माइंस में सीसीएल ने खनन शुरू कर दिया है.
खराब कोयले को लेकर हो रही परेशानी: लोगों का मानना है कि कोलियरी खुलने से स्थानीय लोगों को भी उनका हक मिलेगा. इससे उनके परिवार में वर्षों से फैली निराशा दूर होगी. वहां काम करने वाले कर्मचारी और कोयला ले जाने वाले लोग भी काफी खुश हैं, लेकिन उनका कहना है कि काफी समय बाद कोयले का उत्पादन हो रहा है, जिसके कारण शुरुआती दौर में कोयले की गुणवत्ता थोड़ी खराब हो रही है, जिसके कारण श्रमिक को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोयले से पत्थर निकालना काफी मुश्किल हो जाता है.
श्रमिकों ने बताया कि सीसीएल की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया है कि आने वाले दिनों में ऐसी समस्या नहीं आयेगी, इसका ख्याल रखा जायेगा और मशीन की छोटी-मोटी कमियों को जल्द ही दूर कर लिया जायेगा. इसके बाद कोयले की गुणवत्ता में सुधार होगा.
कोलियरी बंद होने का ये था कारण: जानकारी के अनुसार प्रदूषण क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण सिरका अरगड्डा कोलियरी को बंद कर दिया गया था. इसके बंद होने के कारण इस क्षेत्र में रहने वाले लोग और मजदूर पलायन करने को मजबूर हो गये. आज एक बार फिर उन सभी परिवारों की आंखों में आशा की किरण दिखाई दे रही है.
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