रामगढ़ः बीजेपी के सहयोगी दल आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी रामगढ़ विधानसभा के विधायक हैं. 2005, 2009 और 2014 से चंद्रप्रकाश चौधरी विधायक बनते आ रहे हैं. 2014 के विधानसभा चुनाव में चंद्रप्रकाश चौधरी ने कांग्रेस के शहजादा अनवर को 53,818 वोटों से हराया था. वह झारखंड सरकार के मंत्री भी रहे हैं. लगातार तीन बार से विधायक बने चंद्रप्रकाश चौधरी ने गिरिडीह लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर दिल्ली की राह पकड़ ली है. इसके बाद से यह सीट खाली है.
हालांकि इस बार स्थिति में बदलाव है. इस बार उनकी पत्नी सुनीता चौधरी को टिकट दिया है. क्या उनका प्रतिनिधित्व जनता को स्वीकार होगा. यह देखने वाली बात होगी. इस सीट पर आजसू का कई सालों से दबदबा रहा है, लेकिन विपक्षी महागठबंधन आपसी तकरार के बाद भी मजबूत तैयारी में है.
क्या कहते हैं विधायक
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश चौधरी ने दावा किया है कि उनके कार्यकाल में रामगढ़़ में विकास कोने-कोने तक पहुंचा है. उन्होंने चुनाव में किए गए वादों को बखूबी निभाया है. पूर्व विधायक व वर्तमान में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने यह भी दावा किया है कि स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी जरूरतों के मामले में रामगढ़ तेजी से आगे बढ़ा है.
विपक्ष का वार
इन दावों के उलट विपक्षी पार्टियों का कहना है कि ये इलाका उपेक्षित है. आदिवासियों के हितों की अनदेखी की जा रही है. रोजगार के लिए युवा पलायन के लिए मजबूर हैं. शिक्षा के क्षेत्र में आज भी रामगढ़ क्षेत्र उपेक्षित है. जिससे सीधे तौर पर यहां गरीब, किसान, मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखने वाले छात्र-छात्राएं प्रभावित होते हैं.
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क्या कहती है जनता
जनता कहती है कि काम तो हुए हैं लेकिन अब भी बहुत कुछ बाकी है. मिलीजुली प्रतिक्रिया के बीच जनता का कहना है कि विकास सड़क और नाली बनवाने से केवल नहीं होता है, इसके लिए रोजगार और जरूरी बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है.