रामगढ़: जिले में एक जवान पर खाकी का नशा इस कदर हावी हुआ की एक हंसता-खेलता परिवार पल भर में मातम मनाने लगा. हुआ यह कि जिस शख्स पर लोगों की रक्षा की जिम्मेदारी होती है, उसी शख्स ने जान लेने के कारनामे को अंजाम दिया. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक जवान ने एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी है. इस घटना के बाद पूरे जिले का वातावरण तनावपूर्ण बन गया. जिले में सड़क से लेकर रेल मार्ग तक का आवागमन ठप कर दिया गया.
क्या थी घटना
मृतक रेलकर्मी अशोक राम के बेटे बिट्टू ने बताया कि आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह उसके घर दूध लेने आया था. घर के सदस्यों ने उसे कहा कि दूध खत्म हो गया है, गुस्से में पवन कुमार सिंह ने उन लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में अशोक राम और उनकी पत्नी लीलावती देवी के अलावा अशोक राम के बेटे संजय राम उनकी बेटी वर्षा देवी और सुमन देवी को भी गोली लगी. इस वारदात में रेलकर्मी अशोक राम और उनकी पत्नी लीलावती देवी की मौत हो गई.
घटना के बाद रेल-सड़क आवागमन ठप
इस भयानक घटना ने पूरे जिले को जला दिया. इस घटना से आहत लोगों ने तीनों शव के साथ पहले तो रामगढ़-पतरातू मुख्य मार्ग और बरकाकाना स्टेशन के पास जाम किया. उसके बाद रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया. इस तरह आक्रोशित परिजनों ने अपनी मांगें मनवाने का दबाव रेलवे प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर बनाया. परिजनों की मांग थी कि रेलवे प्रशासन परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दे और उनकी सुरक्षा का वायदा करे. जबकि रेलवे प्रशासन नियमानुसार ही परिजनों की सहायता का भरोसा दिला रही थी. हालांकि लिखित आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने शव को पटरी से हटाकर जाम हटाया.
रेलवे को हुआ नुकसान
हंगामे के दौरान आवागमन ठप रहने के कारण रेलवे को 7 घंटे में लगभग 20 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है.
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क्या कह रहे हैं अधिकारी
इस घटना पर बरका एडीआरएम ने बताया कि परिजनों की मांगों को नियम के तहत पूरा करने का आश्वासन दिया गया है. वहीं दूसरी ओर रामगढ़ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पूरी कार्यवाही चल रही है जल्द ही जवान की गिरफ्तारी हो जाएगी.