रामगढ़: रांची-रामगढ़ मार्ग पर स्थित चुटुपालू घाटी NH-33 ब्लैक स्पॉट चेटर मोड़ के पास सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हो गए थे. जिसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती करवाया गया है, जिसमें 2 की हालत नाजुक है. घटना के जानकारी मिलने के बाद जब परिजन घायलों से मुलाकात करने पहुंचे तब उनके एक साथी अमेरिका महतो लापता दिखे, जिसके बाद उसकी खोजबीन शरू की गई. घंटों ढूंढने के बाद स्पंज आयरन बोल्डर के नीचे अमरिका महतो का बैग टीवी और डायरी मिला, जिसके बाद पुलिस ने 3 क्रेन की मदद से टेलर को उठवाया और ट्रक के नीचे लौह पत्थर से दबा उसका शव मिला.
ईटीवी भारत की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची तब वहां देखा कि ब्लैक स्पॉट चिन्हित जगह पर पहले से ही दुर्घटनाग्रस्त ट्रकों के मलबे में गिरे हुए हैं. यही नहीं 30 -40 की संख्या में चारकोल (अलकतरा )के ड्रम से अलकतरा सड़क पर बह रहा है, जिसके कारण दुर्घटना की आशंका लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसे देखने वाला कोई भी नहीं है. एनएचएआई के अधिकारी और एनएच मेंटेनेंस के पदाधिकारी केवल कोरम पूरा कर सभी चले जा रहे हैं.
पूरी घटना के बारे में कैसे पता चला है जानते हैं इस रिपोर्ट में
रामगढ एसडीपीओ अनुज उरांव ने बताया कि ट्रेलर पर 8 लोग सवार थे हालांकि उस समय पुलिस ने 6 लोगों को इलाज के लिए रिम्स भेज दिया था और एक की मृत्यु ऑन द स्पॉट हो गई थी. मृतक के परिजन एक की लापता होने की बात कह रहे थे जो निकाला गया है, इसमें एनएचआई की लापरवाही दिख रही है जो मलबा दुर्घटना के बाद वह रह जाता है उसे हटाया नहीं गया था, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई है पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी ने एक प्रतिवेदन एनएचएआई को दिया है, ताकि ब्लैक स्पॉट चिन्हित जगह में सुरक्षा के इंतजाम किए जा सके.
ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित है यह जगह
बता दें कि चेटर मोड़ का यह जगह ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित है. यहीं एक ट्रेलर दुर्घटना ग्रस्त हुआ था. इस जगह पर एनएचएआई की लापरवाही के कारण लगातार हादसे होते रहते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब मेंटेनेंस टीम के अधिकारियों से यह जानने का प्रयास किया कि अलकतरा के ड्राम जो गिरे हुए हैं और अलकतरा गर्मी से पिघल कर रोड पर आ रहा है जो कि दुर्घटना का कारण बन रहा है उसे हटाने के लिए कोई कदम अब तक क्यों नहीं उठाए गए हैं. सवाल के बाद जवाब देने से पहले ही एनएच-33 के मेंटेनेंस कर्मी भागने लगे और कैमरे के सामने कुछ भी नहीं कहा. इससे साफ पता चलता है कि मेंटेनेंस के अधिकारियों की लापरवाही के कारण दुर्घटना हो रही है. इस मामले को लेकर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है मौके पर अधिकारी पहुंचते हैं और फोटो खींचकर कोरम पूरा कर चले जाते हैं.
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लौह-पत्थर लेकर राजस्थान जा रहा था ट्रेलर
जानकारी के अनुसार जमशेदपुर से स्पंज आयरन बोल्डर( लौह-पत्थर ) लाद कर राजस्थान जा रहा ट्रेलर अनियंत्रित होकर घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें ड्राइवर, खलासी और 6 मजदूर सवार थे. ट्रेलर में चतरा इटखोरी के अभिमन्यु कुमार सिंह, संजीत कुमार सिंह, अमर कुमार सिंह और उत्तर प्रदेश के बनारस के रहने वाले इमरान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया है, जबकि अमरिका राणा का कोई पता नहीं चला था परिजनों की खोजबीन के बाद जब उसका बैग, डायरी और टीवी देखा गया तो शक के आधार पर ट्रेलर को क्रेन के माध्यम से हटाया गया तो बुरी तरह कुचला हुआ उसका शव मिला. ट्रेलर के ऊपर सवार सभी छह मजदूर छत्तीसगढ़ में काम करते थे और सभी अपने-अपने घर जा रहे थे.
क्या था मामला
रांची-रामगढ़ मार्ग पर चुटुपालू घाटी में एक ट्रेलर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. दुर्घटना में एक मजूदूर की मौके पर मौत हो गई. जबकि एक की मौत इलाज के दौरान होने की बात कही जा रही है. वहीं 6 मजदूरों में से एक का कोई पता नहीं चल पाया था काफी खोज बिन के बाद लापता बढई मजदूर अमरिका राणा का पता चला.