पलामूः जिला के छतरपुर थाना क्षेत्र के गांव डाली के पास स्टोन क्रशर पर पट्टा चढ़ाने के दौरान मशीन के बीच एक महिला मजदूर की दबने से मौत हो गई. जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है. मजदूर महिला की मौत के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ क्रेशर पर हंगामा किया और मुआवजे की मांग की. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया.
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महिला मजदूर की मौत
थाना क्षेत्र के डाली गांव जाने वाले रास्ते पर स्थित स्टोन क्रेशर पर महिला मजदूर विगत कई माह से कार्य कर रही थी. सोमवार को दिलवा कुंवर(36) राजपतिया देवी (38) वर्ष सहित अन्य लोगों के साथ क्रेशर पर काम करने गई थी. इसी बीच क्रेशर पर पट्टा चढ़ाने के दौरान वह उसकी चपेट में आ गई. जिससे दिलवा कुंवर की घटनास्थल पर मौत हो गई. जबकि एक महिला राजपतिया देवी बुरी तरह घायल हो गई. इसकी सूचना पर ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे और घायल को इलाज के लिए भर्ती कराया. घायल की स्थिति नाजुक देखते हुए चिकित्सकों ने उसे मेदिनीनगर अस्पताल रेफर कर दिया.
ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा
महिला की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया. परिवार के सदस्यों के साथ स्टोन क्रेशर पर पहुंचे ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया. ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि स्टोन क्रेशर पर ना तो मालिक है और ना मुंशी हैं, तो किस आधार पर चलाया जा रहा है? ऐसे क्रशर संचालक पर प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है?
क्रेशर मशीन पर पिसाई का कार्य
वन रखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने कहा कि वर्ष 2007 में स्टोन क्रेशर और लीज की प्रक्रिया की शुरुआत हुई जहां क्षेत्र के जंगलों में पत्थर तोड़ कर क्रेशर मशीन पर पिसाई का कार्य होता रहा. पूर्व में पत्थर तोड़ने के क्रम में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि क्रेशर संचालन बबलू गुप्ता की ओर से किया जा रहा है. क्रेशर के चारों ओर कोई बाउंड्री वाल नहीं बनाया गया, प्रदूषण फैलाने का कार्य किया जा रहा है.