पलामूः नावाबाजार थाना के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थाना के बाहर जुटे. ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से मिलने दिया जाए, ताकि आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच हो सके. लेकिन पुलिस ग्रामीणों की भीड़ को गेट के अंदर आने से रोक रही थी. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी हुई.
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा नावाबाजार थाना पहुंचे. डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि लालजी यावद ने तनाव की वजह से आत्महत्या की है. यह जांच में पता चला है. उन्होंने कहा कि रांची के बुढ़मू थाना के मालखाने के प्रभार को लेकर लालजी यादव तनाव में थे. उन्होंने कहा कि लालजी यादव के परिजन पलामू के लिए रवाना हो चुके.
पूर्व थाना प्रभारी की आत्महत्या की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने एनएत 98 को जाम कर दिया. इससे डाल्टनगंज-औरंगाबाद मार्ग घंटों जाम रहा. प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को सदर एसडीएम राजकुमार शाह और एसडीपीओ विजय शंकर समझाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन ग्रामीण समझने को तैयार नहीं थे. इसके साथ ही ग्रामीण थाने के नजदीक पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करने के साथ-साथ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. लालजी यादव के कमरे में रात का खाना गया. लेकिन उन्होंने खाना नहीं खाया. यही वजह है कि कमरे में रात का खाना वैसे ही रखा है. आत्महत्या की जानकारी मिलने के बाद जिले के सभी एसडीपीओ, इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी नावाबाजार पहुंचे हुए हैं.