पलामू: सारंडा में नक्सल अभियान के दौरान लगातार हो रहे विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट जारी किया है. बूढ़ापहाड़ और बिहार से सटे हुए छकरबंधा के इलाके में भी निगरानी को बढ़ा दिया गया है. बूढ़ापहाड़ के इलाके में हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने कब्जा किया है और इलाके से लैंडमाइंस निकालने का काम जारी है.
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सुरक्षा एजेंसियों ने बूढ़ापहाड़ और छकरबंधा के इलाके के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. हाल के दिनों में बूढ़ा पहाड़ बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षाबलों को माओवादियों खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. टॉप कमांडर पकड़े गए हैं और भारी मात्रा में माओवादियों की सामग्री भी बरामद हुई है. सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद नक्सल संगठन के सदस्य इलाके में कमजोर हो गए हैं. सुरक्षाबलों को आशंका है कि माओवादी छुपकर वार कर सकते हैं.
जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि बूढ़ा पहाड़ और बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाकों में खास चौकसी बरती जा रही है. पुलिस और सुरक्षाबल इलाके में एक एक चीज को देख रहे हैं. नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान जारी है.
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अब तक इलाके से 2000 से अधिक लैंड माइंस बरामद: सुरक्षाबलों ने बूढ़ा पहाड़ और छकरबंधा के इलाके से 2000 से अधिक लैंड माइंस बरामद किए हैं. इस दौरान सुरक्षाबलों को लैंड के अलावा भारी मात्रा में सामग्री मिली है. बूढ़ा पहाड़ और छकरबंधा के इलाके से गिरफ्तार माओवादियों ने सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी दी है कि इलाके में सैकड़ों लैंड माइंस मौजूद हैं.
बूढ़ा पहाड़ के इलाके में सोनू कोरवा नामक एक स्थानीय व्यक्ति ने लैंड माइंस की जानकारी सुरक्षाबलों को दी है. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार बूढ़ापहाड़ और छकरबंधा के इलाके में पांच हजार से अधिक लौंड माइंस हो सकते हैं. बूढ़ा पहाड़ 2013-14 से माओवादियों का यूनिफाइड कमांड रहा है. जबकि छकरबंधा बिहार में माओवादियो का बड़ा केंद्र रहा था.