पलामू: जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के मदनपुर में विशेष जाति वर्ग के लोगों के खिलाफ पोस्टर लगाकर उनका रास्ता रोक दिया गया है. इसके साथ ही महिलाओं से मारपीट का भी आरोप लगाया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने पोस्टर को उखाड़ कर फेंक दिया है और हालात पर नजर बनाए हुए है.
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को मदनपुर में विशेष जाति वर्ग की बस्ती के बाहर अटल क्लिनिक के पास एक पेड़ पर पोस्टर लगाया गया था. पोस्टर में विशेष जाति वर्ग के लोगों को रास्ते पर चलने से मना किया गया था, साथ ही रास्ते पर कांटे भी रख दिए गए थे. इस दौरान चापाकल से पानी भरने के लिए भी उन्हें मना किया गया. जिस इलाके में पोस्टर लगाया गया था, उस रास्ते से उस जाति की महिलाएं शौच के लिए गुजरती हैं.
पोस्टर लगाने के बाद गुरुवार की सुबह महिलाएं शौच के लिए जा रही थी. इसी क्रम में दूसरे पक्ष के लोगों की तरफ से उनपर पत्थरबाजी और मारपीट की गई. ग्रामीणों का आरोप है कि एक लड़की और एक महिला की पिटाई भी की गयी. जिसके बाद महिला का अस्पताल में इलाज करवाया गया है.
कलबुद पर नारा लिखने के बाद हुआ विवाद: गांव के जितेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले अनुसूचित जनजाति के दिवंगत लोगों के बने स्मृति पट (एक तरह का शिलालेख, जो लोग अपने पूर्वजों की याद में बनाते हैं, जिसे बिरखोद भी कहा जाता है, पलामू के इलाके में इसे कलबुद, स्मृति पट, शिलालेख कहा जाता है) पर जय भीम का नारा लिख दिया गया था. इस नारे को गांव के बच्चों ने गलती से लिखा था. मामले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई. भरी पंचायत में विशेष जाति वर्ग पक्ष और उनके द्वारा माफी भी मांगी गई थी. इसके बावजूद पोस्टर लगाया गया है और महिलाओं के साथ मारपीट की गई है. जितेंद्र कुमार ने बताया कि पूरे मामले में छतरपुर थाना को आवेदन दिया गया है और कार्रवाई का आग्रह किया गया है.
छतरपुर एसडीपीओ अजय कुमार ने बताया कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के पक्ष के लोगों में कुछ विवाद था. आपस में लोगों ने मिल बैठकर समझौता भी किया था. पुलिस को पूरे मामले में जानकारी मिली है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.