पलामूः झारखंड में पंचायत चुनाव लगभग संपन्न हो चुका है. कुछ जगहों पर परिणाम आने बाकी हैं. ज्यादातर जगहों पर नतीजे आ चुके हैं. किसी के सिर जीत का सेहरा सजा है तो किसी के चेहरे पर हार की मायूसी है. इस चुनाव में कई रोचक परिणाम भी सामने आए हैं. कुछ ऐसे प्रत्याशी भी जीते हैं, जो नक्सलियों के रिश्तेदार हैं.
दरअसल 25 लाख के इनामी नक्सली आक्रमण गांझू की करीबी रिश्तेदार मुखिया का चुनाव जीत गई है. आक्रमण गंझू की करीबी रिश्तेदार लछोइया देवी पलामू के मनातू प्रखंड के डुमरी से मुखिया के पद पर चुनाव लड़ रही थी. डुमरी पंचायत इस बार के पंचायत चुनाव में खास था कि यहां से लड़ने वाले मुखिया पद के तीनों प्रत्याशीयों का संबंध नक्सल संगठन टीएसपीसी से रहा है. लछोइया देवी TSPC के टॉप कमांडर की करीबी रिश्तेदार है, जबकि इसी पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ने वाली पम्मी देवी TSPC के टॉप कमांडर और 10 लाख के इनामी शशिकांत की बहू थी.
तीसरी प्रत्याशी पीएससी के नक्सली मुन्ना सिंह की पत्नी थी. लछोइया देवी ने अपने निकटतम प्रत्याशी पम्मी देवी को करीब 600 मतों से पराजित किया है. लछोइया देवी के पति कुछ महीने पहले पोस्ता की खेती करने के आरोप में जेल गए हैं. मनातू का डुमरी पंचायत शुरू से पोस्ता की खेती के लिए चर्चित रहा है. यह इलाका अति नक्सल प्रभावित है और बिहार के गया और झारखंड के चतरा से सटा हुआ है.
पंचायत चुनाव 2022ः देवर 25 लाख का इनामी नक्सली, जेल में पति मुखिया बनी पत्नी - पलामू के मनातू प्रखंड
पलामू में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में कुछ नक्सलियों के रिश्तेदार भी जीते हैं. मनातू के डुमरी पंचायत की नवनिर्वाचित मुखिया 25 लाख की इनामी नक्सली आक्रमण गंझू की करीबी रिश्तेदार हैं.
पलामूः झारखंड में पंचायत चुनाव लगभग संपन्न हो चुका है. कुछ जगहों पर परिणाम आने बाकी हैं. ज्यादातर जगहों पर नतीजे आ चुके हैं. किसी के सिर जीत का सेहरा सजा है तो किसी के चेहरे पर हार की मायूसी है. इस चुनाव में कई रोचक परिणाम भी सामने आए हैं. कुछ ऐसे प्रत्याशी भी जीते हैं, जो नक्सलियों के रिश्तेदार हैं.
दरअसल 25 लाख के इनामी नक्सली आक्रमण गांझू की करीबी रिश्तेदार मुखिया का चुनाव जीत गई है. आक्रमण गंझू की करीबी रिश्तेदार लछोइया देवी पलामू के मनातू प्रखंड के डुमरी से मुखिया के पद पर चुनाव लड़ रही थी. डुमरी पंचायत इस बार के पंचायत चुनाव में खास था कि यहां से लड़ने वाले मुखिया पद के तीनों प्रत्याशीयों का संबंध नक्सल संगठन टीएसपीसी से रहा है. लछोइया देवी TSPC के टॉप कमांडर की करीबी रिश्तेदार है, जबकि इसी पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ने वाली पम्मी देवी TSPC के टॉप कमांडर और 10 लाख के इनामी शशिकांत की बहू थी.
तीसरी प्रत्याशी पीएससी के नक्सली मुन्ना सिंह की पत्नी थी. लछोइया देवी ने अपने निकटतम प्रत्याशी पम्मी देवी को करीब 600 मतों से पराजित किया है. लछोइया देवी के पति कुछ महीने पहले पोस्ता की खेती करने के आरोप में जेल गए हैं. मनातू का डुमरी पंचायत शुरू से पोस्ता की खेती के लिए चर्चित रहा है. यह इलाका अति नक्सल प्रभावित है और बिहार के गया और झारखंड के चतरा से सटा हुआ है.