पलामू: सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर नेशनल हाईवे को घंटों जाम रखा गया. आदि कुडुख सरना समाज ने चियांकि में नेशनल हाइवे को जाम किया था. बाद में सदर थाना प्रभारी राकेश कुमार रवि को कुडुख समाज के लोगों ने मांग पत्र सौंपा. जिसके बाद जाम को हटाया गया. सरना समाज के लोग 211 गांव में रहते हैं. यह आंदोलन राज्यव्यापी है. जाम में शामिल लोग हाथ में तख्ती लिए हुए हैं. इस आंदोलन में पूरे पलामू से सरना समाज के लोग पंहुचे.
सरना समाज के लोगों ने कहा कि सरना धर्म कोड लागू नहीं होता है तो आंदोलन और तेज होगा. मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन लंबे वक्त से चला आ रहा है. लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है. सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में इसे पारित कर सरकार को भेजने की बात कही थी. मगर ऐसा नहीं हुआ. जब तक मांग पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने उनके साथ छल किया है. सरना धर्म बहुत पहले से है. आदिवासियों की राष्ट्रीय पहचान में 1871 से 1951 तक में सरना धर्म कोड का जिक्र था. लेकिन राजनीतिक साजिश के तहत इसे समाप्त कर दिया गया था.