पलामूः जिले में केंद्र के नए कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन हुआ. कृषि कानून के विरोध में कई संगठन सड़क पर उतरे. पलामू कचहरी परिसर में अखिल भारतीय किसान महासभा, इप्टा, झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन, झारखंड क्रांति मंच, आइसा और भारतीय ज्ञान विज्ञान ने नुक्कड़ नाटक किया. प्रदर्शन के माध्यम से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को भी समर्थन दिया गया. मौके पर संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिना किसी सोच समझ के कोरोना काल के दौरान किसान बिल को पास कर दिया गया.
कृषि कानून किसान के लिए हीं नहीं, बल्कि पूरी तरह से जनविरोधी है. यह औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए कानून बनाया गया. वक्ताओं ने कहा कि कानून के खिलाफ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन कर रहे हैं और कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
पलामूः कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन, कई संगठनों ने जताया विरोध - पलामू में प्रदर्शन
पलामू में कृषि कानून के विरोध में विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कानून को जल्द से जल्द वापस लेने की मांग की
पलामूः जिले में केंद्र के नए कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन हुआ. कृषि कानून के विरोध में कई संगठन सड़क पर उतरे. पलामू कचहरी परिसर में अखिल भारतीय किसान महासभा, इप्टा, झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन, झारखंड क्रांति मंच, आइसा और भारतीय ज्ञान विज्ञान ने नुक्कड़ नाटक किया. प्रदर्शन के माध्यम से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को भी समर्थन दिया गया. मौके पर संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिना किसी सोच समझ के कोरोना काल के दौरान किसान बिल को पास कर दिया गया.
कृषि कानून किसान के लिए हीं नहीं, बल्कि पूरी तरह से जनविरोधी है. यह औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए कानून बनाया गया. वक्ताओं ने कहा कि कानून के खिलाफ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन कर रहे हैं और कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.