पलामू: गढ़वा में दो बच्चियों की जान लेने वाले तेंदुए को आदमखोर घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी (Process Started To Declared Leopard As Man Eater) गई है. वन विभाग की टीम ने दोनों जगहों से तेंदुए का पगमार्क (फुटप्रिंट) लिया है. जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि दोनों बच्चियों की जान लेने वाला एक ही तेंदुआ है. वन विभाग की जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि हमलावर तेंदुआ नर है.
दो बच्चियों को मार चुका है तेंदुआः दरअसल, गढ़वा के भंडरिया थाना क्षेत्र के रोदो में एक सप्ताह पहले तेंदुआ एक बच्ची को मार कर खा गया था. जबकि सोमवार की शाम रंका थाना क्षेत्र के सेवाडीह में तेंदुए ने एक बच्ची को मार डाला था. इस दौरान तेंदुआ ने अलग-अलग इलाकों में एक महिला और एक पुरुष को भी जख्मी किया था. वन विभाग की टीम बुधवार को गढ़वा के रमकंडा, रंका, भंडरिया और चिनिया के इलाके में घूम-घूम कर तेंदुआ की खोजबनी (Leopard Hunt) की, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला.
क्रिसमस गैदरिंग में लोगों को सावधान रहने की अपीलः वहीं मामले में वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को सावधान रहने की भी अपील की है. भंडरिया और उसके आसपास के इलाकों में क्रिसमस के दौरान बड़े पैमाने पर गैदरिंग होती है. वन विभाग के अधिकारियों ने क्रिसमस के गैदरिंग के दौरान रात में लोगों से सावधान रहने की अपील की है और अनावश्यक रूप से रोड पर नहीं निकलने का भी आग्रह किया है.
तेंदुआ को पकड़ने के लिए इलाकों में कई जगह केज लगाए गएः इस संबंध में गढ़वा डीएफओ दिलीप यादव ने बताया कि वैज्ञानिक पहलुओं पर विचार करते हुए तेंदुआ को आदमखोर घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. तेंदुआ को पकड़ने के लिए कई इलाकों में केज लगाए गए हैं और वन विभाग की टीम प्रयास कर रही है. वन विभाग को सूचना मिली है कि तेंदुआ पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में भी जाने का प्रयास कर रहा है. डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि क्रिसमस गैदरिंग के दौरान लोगों को सावधान रहने के लिए माइकिंग करायी जा रही है.
तेंदुआ को पकड़ना वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती, ट्रैंकुलाइजर के साथ टीम तैनातः गढ़वा के इलाके में तेंदुआ को पकड़ना वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. पिछले 48 घंटे के अंदर तेंदुआ द्वारा शिकार यह हमला करने की सूचना सामने नहीं आई है. तेंदुआ को पकड़ने के लिए पलामू टाइगर रिजर्व के ट्रैंकुलाइजर की भी एक टीम इलाके में कैंप कर रही है. तेंदुआ को इंजेक्शन दे कर बेहोश करने का टीम प्रयास करेगी.
रमकंडा-चिनिया सीमा पर तेंदुआ के मौजूदगी की आशंकाः वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तेंदुआ पेड़ों पर चढ़ कर छुप जाता है और ग्रामीणों को आसानी से नजर नहीं आता है. इस कारण इस को खोजना चुनौती है. अधिकारियों ने बताया कि रमकंडा-चिनिया सीमा पर कुछ लोग अपने मवेशी को लेकर जंगल के इलाके में गए थे. मवेशी खुद जंगल से निकलकर भाग गए हैं. जिस कारण आशंका जताई जा रही है कि इलाके में तेंदुआ मौजूद है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वह अपने मवेशियों को जंगल में न भेजें.