पलामू: कोरना के थर्ड वेव (3rd Wave of Corona) से निपटना बड़ी चुनौती है, पूरा तंत्र इससे निपटने के लिए तैयारी में जुटा है. पलामू में कोविड-19 की दूसरी लहर ने बड़ी तबाही मचाई. थर्ड वेव को लेकर पलामू जिला प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में बच्चो के लिए स्पेशल वार्ड तैयार किया जा रहा है. वार्ड पूरी तरह से मैनिफोल्ड सिस्टम से काम करेगा. इस वार्ड के साथ-साथ ऑक्सीजन प्लांट भी लगाई जा रही है. पहले चरण में 30 बेड का वार्ड तैयार किया जाना है, जिसे बढ़ाकर 100 का करना है.
वार्ड का निर्माण कार्य है धीमा
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में तैयार हो रहे बच्चों के स्पेशल वार्ड का निर्माण कार्य धीमा है. वार्ड के पहले चरण का निर्माण कार्य 20 जून तक पूरा किया जाना था, लेकिन पूरा नहीं हो पाया. जुलाई के पहले सप्ताह में बच्चों के लिए 30 बेड तैयार हो जाएंगे. MMCH में बच्चों के वार्ड के साथ-साथ लिफ्ट भी तैयार किया जा रहा है. लिफ्ट भी अगले एक सप्ताह से काम करने लगेगा.
डीसी कर रहे हैं मॉनिटर
डीसी शशि रंजन लगातार MMCH में बच्चों के लिए बन रहे स्पेशल वार्ड की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. डीसी शशिरंजन ने बताया कि कोविड-19 के थर्ड वेव को लेकर प्रशासन तैयारी कर रहा है, बच्चों के लिए स्पेशल वार्ड के साथ-साथ ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार किया जा रहा है. जल्द ही निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. पहले चरण में 30 बेड उपलब्ध हो जाएंगे, जिसे बढ़ाकर बाद में 100 बेड करना है.
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पलामू में कोरोना का हाल
पलामू में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित एक मरीज मिला है, जबकि 2 मरीज ठीक हुए हैं. यहां फिलहाल 16 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य में कुल 12,248 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जिसमें से 110 लोगों की मौत हो गई और 12,123 मरीज ठीक होकर घर लौट आए हैं. जिले में वैक्सीन के 3,95,201 डोज दिए जा चुके हैं. जिसमें 3,36,718 लोगों को पहला डोज और 58,483 लोग दूसरा दिया जा चुका है.
पूरे राज्य में कोरोना की स्थिति
झारखंड में पिछले 24 घंटे में 90 कोरोना संक्रमित मिले हैं. हालांकि, 115 लोगों ने कोरोना को मात दी है. वहीं, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 1 भी मौत नहीं हुई है. राज्य में अब कोरोना के महज 1005 एक्टिव केस बचे हैं. राज्य में अब तक 67,71,086 लोगों को वैक्सीन दी गई है, जिसमें 57,25,171 लोगों को पहला डोज और 10,45,915 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है.
दूसरी लहर में इन वेरिएंट से तबाही
अप्रैल से 9 जून 2021 तक राज्य के पांच जिले पूर्वी सिंहभूम, रांची, धनबाद, हजारीबाग और पलामू से 364 कोरोना संक्रमितों का सैंपल होल जीनोम सीक्वेंस के लिए भुवनेश्वर के आईएलएस भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट चौकाने वाली है. 364 सैंपल में से जहां 328 में नॉवेल कोरोना वायरस के खतरनाक म्यूटेंट वैरियंट मिले. जिसमें से 204 में डेल्टा वैरियंट, 63 में कप्पा वैरियंट, 29 में अल्फा वैरियंट और 32 अन्य वैरियंट के थे. धनबाद के सभी 49 सैंपल में म्यूटेंट वैरियंट मिले. वहीं हजारीबाग से भेजे गए 48 सैंपल और पलामू से भेजे गए 30 सैंपल, सभी में म्यूटेंट वैरियंट मिले. जबकि जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) के 163 सैंपल में से 145 और रांची के 74 सैंपल में 56 सैंपल में म्यूटेंट वैरियंट मिले थे.
29 अप्रैल से 5 मई था पीक
झारखंड में अप्रैल और मई महीने में लोगों ने कोरोना की दूसरी लहर के घातक रूप को देखा है. इन 2 महीनों में ही दो लाख से ज्यादा लोग जहां कोरोना संक्रमित हो गए. वहीं 3,900 के करीब लोगों को जान गंवानी पड़ी. 29 अप्रैल से 5 मई वाला सप्ताह कोरोना सेकेंड वेव में सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाला सप्ताह रहा. जब हर 100 सैंपल की जांच में 60.25 सैंपल में संक्रमण मिल रहे थे. वर्तमान में यह घटकर 0.33% है. 29 अप्रैल से 5 मई वाले सप्ताह में जहां पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा थी, तो इस दौरान मौतें भी सबसे अधिक हुई. इस एक सप्ताह ने राज्य में 951 लोगों की जान ले ली, जबकि वर्तमान में मौत का आंकड़ा प्रति सप्ताह 10 के करीब है.