ETV Bharat / state

लॉकडाउन: घर में खाने को नहीं अनाज, पड़ोसियों से लेकर चला रहे थे काम, प्रशासन ने की मदद - पलामू के सिलदाग गांव के एक परिवार

कोरोना लॉकडाउन के कारण पलामू के सिलदाग गांव के एक परिवार भोजन के लिए तरस रहा है. इनके घर पर अनाज नहीं जिस कारण वह और परिवार के सारे लोग पानी पीकर भूख मिटा रहा है.

poor family facing problem during corona lockdown in palamu
गरीब परिवार
author img

By

Published : Apr 10, 2020, 3:21 PM IST

पलामू: लॉकडाउन के दौरान सभी कामकाज बंद है, जिसके कारण गरीब लोग को खाने को नहीं मिल रहा है. पलामू के छतरपुर प्रखंड में एक परिवार किसी तरह अपने सगे संबधियों और पड़ियों से खाना लेकर भूख मिटा रहा है. वहीं, एक पत्रकार की पहल पर इसकी सूचना प्रखंड पदाधिकारी को मिली तब उस गरीब परिवार को पच्चीस किलो अनाज और छतरपुर थाना प्रभारी के माध्यम से दस किलो अनाज और दाल उपलब्ध कराया गया.

देखें पूरी खबर

बता दें कि पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित पंचायत सचिवालय सिलदाग गांव के टोला अंधारीबाग की रहने वाली अति गरीब दंपती कौशल्या देवी के घर राशन नहीं था. जिससे उसके बच्चे भूख से बिलख रहे थे. वहीं, पति की दिमागी हालात ठीक नहीं है और कौशल्या ईट भट्ठे में काम कर परिवार के सात सदस्यों का पालन पोषण करती है लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब बंद है.

परिवार पर मुसीबतों का पहाड़

अब लॉकडाउन के बाद कमाई बंद हो गई है. पड़ोसी से उधार मांग कर इतने दिनों तो गुजारा कर लिया लेकिन आगे घर में चूल्हा कैसे जलेगा, यह संशय है. पहले भी इनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी जैसे तैसे दो वक्त के खाने का इंतजाम हो जाता था. अब इन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार के पास कोई राशन कार्ड भी नहीं है. अन्य सरकारी योजनाएओं का लाभ भी नहीं मिलता है.

वहीं, सरकार से लेकर उपायुक्त समेत सभी विभागीय अधिकारी यह कोशिश कर रहे हैं कि क्षेत्र में कोई भूखा नहीं रहे. ऐसी स्थिति के लिए हर गांव के हर टोले पर नजर रखना आवश्यक है. सरकार ने अधिकारी से लेकर मुखिया तक को इसे लेकर सचेत कि‍या है. इसके बाद भी इस आपदा स्थिति में कई गरीब परिवार तक अनाज का दाना भी नहीं पहुंच पा रहा है. वहीं, पत्रकार की पहल पर प्रखंड पदाधिकारी और पुलिस प्रशासन ने उस गरीब कौशल्या के घर अनाज लेकर पहुंचे.

पलामू: लॉकडाउन के दौरान सभी कामकाज बंद है, जिसके कारण गरीब लोग को खाने को नहीं मिल रहा है. पलामू के छतरपुर प्रखंड में एक परिवार किसी तरह अपने सगे संबधियों और पड़ियों से खाना लेकर भूख मिटा रहा है. वहीं, एक पत्रकार की पहल पर इसकी सूचना प्रखंड पदाधिकारी को मिली तब उस गरीब परिवार को पच्चीस किलो अनाज और छतरपुर थाना प्रभारी के माध्यम से दस किलो अनाज और दाल उपलब्ध कराया गया.

देखें पूरी खबर

बता दें कि पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित पंचायत सचिवालय सिलदाग गांव के टोला अंधारीबाग की रहने वाली अति गरीब दंपती कौशल्या देवी के घर राशन नहीं था. जिससे उसके बच्चे भूख से बिलख रहे थे. वहीं, पति की दिमागी हालात ठीक नहीं है और कौशल्या ईट भट्ठे में काम कर परिवार के सात सदस्यों का पालन पोषण करती है लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब बंद है.

परिवार पर मुसीबतों का पहाड़

अब लॉकडाउन के बाद कमाई बंद हो गई है. पड़ोसी से उधार मांग कर इतने दिनों तो गुजारा कर लिया लेकिन आगे घर में चूल्हा कैसे जलेगा, यह संशय है. पहले भी इनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी जैसे तैसे दो वक्त के खाने का इंतजाम हो जाता था. अब इन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार के पास कोई राशन कार्ड भी नहीं है. अन्य सरकारी योजनाएओं का लाभ भी नहीं मिलता है.

वहीं, सरकार से लेकर उपायुक्त समेत सभी विभागीय अधिकारी यह कोशिश कर रहे हैं कि क्षेत्र में कोई भूखा नहीं रहे. ऐसी स्थिति के लिए हर गांव के हर टोले पर नजर रखना आवश्यक है. सरकार ने अधिकारी से लेकर मुखिया तक को इसे लेकर सचेत कि‍या है. इसके बाद भी इस आपदा स्थिति में कई गरीब परिवार तक अनाज का दाना भी नहीं पहुंच पा रहा है. वहीं, पत्रकार की पहल पर प्रखंड पदाधिकारी और पुलिस प्रशासन ने उस गरीब कौशल्या के घर अनाज लेकर पहुंचे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.