पलामू: 2018 में सुखाड़ घोषित होने वाला पलामू जिला 2019 में भी सुखाड़ की नौबत पर है. जून महीने में पलामू में सामान्य से कम बारिश हुई है. यहां सामान्य तौर पर 160 मिलीलीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 51 मिलीलीटर ही बारिश हुई है. कई इलाकों में 15 जून के बाद खेती शुरू हो जाती है. हालांकि अभी तक खेतों में जुताई भी शुरू नहीं हुई है. पलामू का तापमान अभी भी लगातार 40 डिग्री के पार बना हुआ हुआ है.
पलामू जिला प्रशासन ने बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए योजना बनाई है. पलामू के सभी 1913 गांव में पांच-पांच योजनाएं शुरू की जा रही हैं, ताकि बारिश के पानी को बचाया जा सके. पूरे जिले में 9500 योजना चयन की गई, जो मनरेगा के तहत पूरी होंगी.
जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि जल संचयन की योजना से ग्रामीण इलाकों में रोजगार उपलब्ध कराया जाए. पलामू प्रभारी डीसी सह डीडीसी बिंदु माधव सिंह ने बताया कि तालाब, मेड बंदी, डोभा आदि योजना के माध्यम से जल संचयन का प्रयास किया जा रहा है.