पलामूः नेवी जवान सूरज कुमार दुबे की मौत से पहले महाराष्ट्र की पालघर पुलिस ने बयान लिया था. पालघर पुलिस ने जवान के फर्द बयान को मराठी भाषा में नोट किया था जबकि हिंदी में पढ़कर उसे सुनाया था. सूरज कुमार दुबे के बयान पर तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पालघर के घोलवड में एफआईआर नंबर 0006 में आईपीसी की धारा 307/364/364ए/392/342/34/3/25 लगाई गई है.
इरफान और दो अज्ञात के खिलाफ एफआईआर हुई है. नेवी जवान सूरज कुमार दुबे 30 जनवरी को छुट्टी से वापस ड्यूटी ज्वाइन करने कोयंबटूर जा रहे थे. इसी क्रम में चेन्नई में उसका अपहरण हुआ था. पांच फरवरी को पालघर में उसे जिंदा जला दिया गया था.
महाराष्ट्र पुलिस को क्या दिया है बयान
महाराष्ट्र की पालघर पुलिस के समक्ष सूरज कुमार दुबे ने जो बयान दिया है और एफआईआर दर्ज है वह इस प्रकार है. मैं सूरज कुमार मिथलेश दुबे उम्र 27 वर्ष व्यवसाय नौकरी ग्राम डाल्टनगंज रांची झारखंड के समक्ष उपजिला चिकित्सालय में उपचार लेते समय जवाब देता हूं कि मैं ऊपर में दिए गए स्थान पर भाई नीरज कुमार और माता-पिता के साथ रहता हूं.
मैं इंडियन नेवी में 2019 से एलडीसी मन के पद पर कार्य कर रहा हूं. वर्तमान में आईएनएस अग्रणी इस जगह पर हूं. मेरी छुट्टी समाप्ति के बाद 30/1/2021 को रांची से विमान से चला. रात में चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचा. एयरपोर्ट के बाहर आते समय तीन अज्ञात व्यक्तियों ने मुझे रिवाल्वर का डर दिखाकर जबरदस्ती एसयूवी सफेद कलर की गाड़ी में बिठाया.
तीन दिन चेन्नई में रखा
मेरे हाथ मुंह एवं आंख पर पट्टी बांधकर मुझसे 10 लाख रुपए की मांग की उसके बाद मुझे तीन दिन चेन्नई में रखा. रात को फिर गाड़ी में बिठाया और 9 बजे मेरी आखें पर पट्टी बांध कर पैदल चलाते हुए पहाड़ी पर ले गए वहां मेरे ऊपर पेट्रोल डालकर जला दिया और वो लोग वहां से चले गए उसके बाद में पहाड़ी से रेंगते हुए मुख्य मार्ग पर आ गया उसके बाद पुलिस मुझे मुले से बिठाकर कॉटेज अस्पताल दहाणु लेकर गई.
मेरा अपहरण करने वाले तीनों से एक व्यक्ति मुस्लिम था. बात करते समय एक का नाम इरफान सुनाई दिया. उन दोनों ने टीशर्ट और जींस पैंट पहना हुआ था दोनों सांवले रंग के थे उनके छोटी-छोटी मूछें और दाढ़ी थी.
ड्राइवर कुर्ता पजामा पहना हुआ था. उन तीनों ने एयरपोर्ट से बाहर आते ही मोबाइल छीन लिया. तीनों को दुबारा देखने के बाद पहचान लूंगा तीनों व्यक्ति ने 30/01/20 21 की रात 9 बजे चेन्नई एयरपोर्ट के बाहर रिवाल्वर का भय दिखाते हुए 10 लाख रुपय मांगे और पांच हजार रुपये का मोबाइल फोन छीन लिया. दिनांक 5/2/20 21 को 9 बजे मेरे ऊपर पेट्रोल डालकर मुझे जिंदा मारने का प्रयास किया. मेरा जवाब हिंदी में सुनाया जो सब सही है.