पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी के टॉप कमांडर की पत्नी के पास लेवी की रकम जमा होती है. वहीं से नक्सलियों के टॉप कमांडरों के पास पैसा पहुंचता है. इसका खुलासा पलामू पुलिस ने किया है. दरअसल, पलामू पुलिस ने टीएसपीसी के दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है. पलामू पुलिस की यह प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी ( टीएसपीसी) के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है.
लेवी की रकम के साथ टीएसपीसी के दो नक्सली गिरफ्तारः लंबे अरसे के बाद लेवी की रकम के साथ पुलिस ने टीएसपीसी के दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के पास से पुलिस ने लेवी के 50 हजार रुपए बरामद किए हैं. गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पलामू पुलिस ने नक्सल पर्चा समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं. दोनों नक्सलियों ने पलामू पुलिस के समक्ष कई बड़े खुलासे किए हैं.
माधुरी जंगल से हुई नक्सलियों की गिरफ्तारीः दरअसल, पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा को सूचना मिली थी कि पड़वा थाना क्षेत्र के माधुरी जंगल में टीएसपीसी के नक्सली लेवी लेने के लिए पहुंचे हुए हैं. इसी सूचना पर पड़वा थाना प्रभारी नकुल कुमार शाह और तकनीकी शाखा के प्रभारी दिवाकर कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की.छापेमारी के क्रम में बाइक सवार दो व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगे. इस क्रम में पुलिस ने दोनों को दौड़ा कर पकड़ लिया.
पूछताछ में नक्सलियों ने उगले गहरे राजः दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने पूछताछ की. जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं. गिरफ्तार नक्सलियों में नकुल सिंह और सुरेंद्र सिंह शामिल हैं. दोनों टीएसपीसी के हार्डकोर सदस्य हैं. नकुल सिंह मनातू थाना क्षेत्र के गरवट, जबकि सुरेंद्र सिंह मनातू थाना क्षेत्र के सेमरी का रहने वाले हैं. दोनों नक्सलियों के पास से पुलिस ने लेवी की रकम और नक्सल सामग्री बरामद किया है.
टॉप कमांडर नेपाली की पत्नी के पास जमा होते हैं लेवी के पैसेः इस संबंध में एएसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि दोनों नक्सली टीएसपीसी के हार्डकोर सदस्य हैं और उनके लिए लेवी वसूलते हैं. दोनों को पलामू के पड़वा, नावाबाजार, लेस्लीगंज, छतरपुर के इलाके से लेवी वसूलने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी. गिरफ्तार दोनों नक्सलियों ने पलामू पुलिस के अधिकारियों को बताया है कि लेवी की रकम टीएसपीसी का टॉप कमांडर नेपाली की पत्नी के पास जमा होता है. 10 लाख के इनामी टीएसपीसी कमांडर शशिकांत , मंटू उर्फ दिलेश, मुखदेव, निशांत, यमुना, बादल के कहने पर घटना को अंजाम दिया जाता है और लेवी वसूली जाती है.