पलामूः कोरोना काल में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जो प्रभावित नहीं हुआ हो. इस काल ने जेल में बंद कैदियों और उनके परिजनों के बीच की दूरी को और बढ़ा दी है. परिजन जेल में बंद अपनों से मुलाकात के लिए परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऑनलाइन ही एक जरिया है जिससे कैदी अपने परिजनों से मुलाकात कर सकते हैं. पलामू सेंट्रल जेल में बंद करीब 1200 बंदी और कैदी में सिर्फ 600 के करीब ही ऑनलाइन अपने परिजनों से मुलाकात कर पाए हैं. सेंट्रल जेल में सिर्फ पलामू के ही नहीं बल्कि पूरे राज्य भर के कैदी बंद है.
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व्यवस्था में बदलाव की मांग
अधिवक्ता धीरेंद्र किशोर उर्फ पप्पू सिंह बताते हैं कि कोरोना काल में जेल में मुलाकात बंद है. न्यायिक हिरासत में बंद लोग अपनी पीड़ा को माता पिता और शुभ चिंतकों के पास रखते थे. जिससे उनकी समस्या का समाधान होता है. पहले की तरह ही मुलाकात व्यवस्था जारी रखने की जरूरत है. इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य गाइडलाइन भी जारी हो. वहीं अधिवक्ता रुचिर कुमार तिवारी का कहना है कि व्यवस्था को अब ऑफलाइन करने की जरूरत है. कई ऐसे लोग जेलों में बंद हैं जो बेहद ही गरीब है, उनके पास साधन नहीं हैं. वे ऑनलाइन मुलाकात नहीं कर सकते हैं. अब ऑफलाइन व्यवस्था को चालू करने की जरूरत है.
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