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नीलांबर पीताम्बर यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस समारोह में वक्ताओं ने कहा- विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन से विश्वविद्यालय का बढ़ेगा सम्मान

पलामू में नीलांबर पीताम्बर यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान आयुक्त, आईजी और एनपीयू के कुलपति राम लखन प्रसाद सिंह मौजूद थे. इस दौरान वक्ताओं ने विद्यार्थियों से बेहतर प्रदर्शन करने की अपील की. वक्ताओं ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का नाम और कीर्ति उनके विद्यार्थियों पर निर्भर करती है. इसलिए मेहनत कर जिला और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें.

Nilambar Pitambar University Foundation Day
Speaker Addressing The Foundation Day Ceremony
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Published : Jan 17, 2023, 9:14 PM IST

पलामू: नीलाम्बर पीताम्बर यूनिवर्सिटी का मंगलवार को 14वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. इसका उद्घाटन प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी, आईजी राजकुमार लकड़ा और कुलपति राम लखन प्रसाद सिंह ने किया. यूनिवर्सिटी की स्थापना 2009-10 में हुई थी. इन 14 वर्षों में अभी तक यूनिवर्सिटी का अपना प्रशासनिक भवन बनकर तैयार नहीं हुआ है. आज भी यूनिवर्सिटी का भवन प्रशासनिक कार्य जिला परिषद के किराए के भवन में होता है. मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कहा कि छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन से विश्वविद्यालय का मान-सम्मान बढ़ेगा. किसी भी विश्वविद्यालय अथवा संस्थान का नाम बड़ी बिल्डिंग और शिक्षकों की नियुक्ति से नहीं होती, विभिन्न क्षेत्रों में छात्र-छात्राओं का उल्लेखनीय प्रदर्शन से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ती है.

ये भी पढे़ं-झारखंड के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी, कैसे सुधरेगी उच्च शिक्षा की स्थिति ?

छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन से बढ़ती है विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठाः बेहतर प्रदर्शन कर विद्यार्थी अपना करियर बनाएं और अपने परिवार, समाज के साथ-साथ विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का कार्य करें. उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से से पढ़-लिखकर विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा करना आवश्यक है. आयुक्त ने कहा कि विश्वविद्यालय में मूलभूत आवश्यकता एक बात है, लेकिन सफल होने के लिए छात्र-छात्राओं को जिज्ञासु होना आवश्यक है. उन्होंने विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षकों से कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते. जब तक उनका शरीर, दिल और दिमाग काम कर रहा है, वे काम कर सकते हैं. उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवा देने की अपील करते हुए कहा कि आप छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे, तो आप भी स्वस्थ रहेंगे और छात्र-छात्राओं को भी आपके अनुभव का शैक्षणिक लाभ मिलेगा. इस दौरान उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने में विश्वविद्यालय की अहम भूमिका है. एजुकेशन पॉलिसी में शिक्षा की आधुनिक जरूरत के अनुसार कई चीजों का समावेश किया गया है.

आईजी ने बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने पर दिया जोरः वहीं पलामू जोन के आईजी राज कुमार लकड़ा कहा कि रांची विश्वविद्यालय से अलग होकर यह स्वतंत्रत विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ. इसके बाद से यह विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर विकास कर रहा है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह विश्वविद्यालय अपने तकनीकी एवं शैक्षणिक माहौल से झारखंड के साथ-साथ पूरे देश में ख्याति अर्जित करे.

विश्वविद्यालय विकास की ओर अग्रसरः वहीं नीलांबर- पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति राम लखन सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का संचालन सभी के सकारात्मक सोच का परिणाम है. विश्वविद्यालय उत्कृष्टता प्राप्त करे, इसके लिए हम सभी लोग सतत प्रयत्नशील हैं. विश्वविद्यालय विकास की ओर अग्रसर है. उन्होंने एक कविता का जिक्र करते हुए कहा कि- वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो. हम सभी सकारात्मक सोच के साथ बढ़ते चलें, यही सोच विश्व का कल्याण करेगी और हमारा राष्ट्र एक दिन फिर से विश्व गुरु बनेगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट को लैपटॉप उपलब्ध कराया गया है. वहीं विश्वविद्यालय का अपना सिलेबस भी बना है, ताकि विद्यार्थियों का बेहतर अध्यापन कराया जाए और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें.

एनपीयू में पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट फरवरी मेंः एनपीयू में पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट फरवरी माह से शुरू होगी, इससे शोधार्थियों को फायदा होगा. विश्वविद्यालय के सेशन को भी नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए गेस्ट फैकेल्टी की भी व्यवस्था की जा रही है. इस दौरान विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों को सम्मानित किया गया. साथ ही विश्वविद्यालय में अध्ययनरत वैसे विद्यार्थी जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

पलामू: नीलाम्बर पीताम्बर यूनिवर्सिटी का मंगलवार को 14वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. इसका उद्घाटन प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी, आईजी राजकुमार लकड़ा और कुलपति राम लखन प्रसाद सिंह ने किया. यूनिवर्सिटी की स्थापना 2009-10 में हुई थी. इन 14 वर्षों में अभी तक यूनिवर्सिटी का अपना प्रशासनिक भवन बनकर तैयार नहीं हुआ है. आज भी यूनिवर्सिटी का भवन प्रशासनिक कार्य जिला परिषद के किराए के भवन में होता है. मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कहा कि छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन से विश्वविद्यालय का मान-सम्मान बढ़ेगा. किसी भी विश्वविद्यालय अथवा संस्थान का नाम बड़ी बिल्डिंग और शिक्षकों की नियुक्ति से नहीं होती, विभिन्न क्षेत्रों में छात्र-छात्राओं का उल्लेखनीय प्रदर्शन से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ती है.

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छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन से बढ़ती है विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठाः बेहतर प्रदर्शन कर विद्यार्थी अपना करियर बनाएं और अपने परिवार, समाज के साथ-साथ विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का कार्य करें. उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से से पढ़-लिखकर विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा करना आवश्यक है. आयुक्त ने कहा कि विश्वविद्यालय में मूलभूत आवश्यकता एक बात है, लेकिन सफल होने के लिए छात्र-छात्राओं को जिज्ञासु होना आवश्यक है. उन्होंने विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षकों से कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते. जब तक उनका शरीर, दिल और दिमाग काम कर रहा है, वे काम कर सकते हैं. उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवा देने की अपील करते हुए कहा कि आप छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे, तो आप भी स्वस्थ रहेंगे और छात्र-छात्राओं को भी आपके अनुभव का शैक्षणिक लाभ मिलेगा. इस दौरान उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने में विश्वविद्यालय की अहम भूमिका है. एजुकेशन पॉलिसी में शिक्षा की आधुनिक जरूरत के अनुसार कई चीजों का समावेश किया गया है.

आईजी ने बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने पर दिया जोरः वहीं पलामू जोन के आईजी राज कुमार लकड़ा कहा कि रांची विश्वविद्यालय से अलग होकर यह स्वतंत्रत विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ. इसके बाद से यह विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर विकास कर रहा है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह विश्वविद्यालय अपने तकनीकी एवं शैक्षणिक माहौल से झारखंड के साथ-साथ पूरे देश में ख्याति अर्जित करे.

विश्वविद्यालय विकास की ओर अग्रसरः वहीं नीलांबर- पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति राम लखन सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का संचालन सभी के सकारात्मक सोच का परिणाम है. विश्वविद्यालय उत्कृष्टता प्राप्त करे, इसके लिए हम सभी लोग सतत प्रयत्नशील हैं. विश्वविद्यालय विकास की ओर अग्रसर है. उन्होंने एक कविता का जिक्र करते हुए कहा कि- वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो. हम सभी सकारात्मक सोच के साथ बढ़ते चलें, यही सोच विश्व का कल्याण करेगी और हमारा राष्ट्र एक दिन फिर से विश्व गुरु बनेगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट को लैपटॉप उपलब्ध कराया गया है. वहीं विश्वविद्यालय का अपना सिलेबस भी बना है, ताकि विद्यार्थियों का बेहतर अध्यापन कराया जाए और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें.

एनपीयू में पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट फरवरी मेंः एनपीयू में पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट फरवरी माह से शुरू होगी, इससे शोधार्थियों को फायदा होगा. विश्वविद्यालय के सेशन को भी नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए गेस्ट फैकेल्टी की भी व्यवस्था की जा रही है. इस दौरान विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों को सम्मानित किया गया. साथ ही विश्वविद्यालय में अध्ययनरत वैसे विद्यार्थी जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

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