ETV Bharat / state

पलामू में बाघिन की मौत मामलाः ट्रैकरों ने रात भर की थी शव की निगरानी - बाघिन की मौत मामले में नया पहलू

पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में बाघिन की मौत का मामला बढ़ता जा रहा है. बेतला नेशनल पार्क के इलाके में 15 फरवरी को एक बाघिन की मौत हुई थी. उस रात ट्रैकिंग करने वाली टीम के सदस्यों ने ईटीवी भारत से बातचीत कर इस मामले से जुड़ी नई पहलू के बारे में बताया है.

पलामू में बाघिन की मौत मामलाः ट्रैकरों ने रात भर शव का किया था निगरानी
ट्रैकरों की टीम
author img

By

Published : Mar 11, 2020, 11:28 PM IST

पलामूः जिले के टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में बाघिन की मौत का मामला बढ़ता जा रहा है. शुरुआत में टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बाघिन की मौत बायसन की लड़ाई में हुई है लेकिन सरयू राय के सवाल उठाने के बाद मौत को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इन सब के बीच ईटीवी भारत उन ट्रैकरों तक पहुंचा जिन्होंने बाघिन का शव सबसे पहले देखा था. बेतला नेशनल पार्क के इलाके में 15 फरवरी को एक बाघिन की मौत हुई थी.

देखें पूरी खबर

रात भर शव के पास रहे लोग

ट्रैकरों की टीम 15 फरवरी की रात बेतला नेशनल पार्क के दो नंबर रोड में हफीज अंसारी के नेतृत्व में पेट्रोलिंग करने निकली. इस दौरान दोपहर के दो बजे से रात के नौ बजे तक पेट्रोलिंग करती रही. इस टीम में एक पुराने ट्रैकर भी शामिल थे जो 90 के दशक से पेट्रोलिंग कर रहे थे. सबसे पहले हाफिज ने देखा कि दो नंबर रोड में एक बाघिन का पड़ी हुई है, सभी ने बाघिन के तरफ लाइट जलाई. इस दौरान उनके मन में डर भी था, लेकिन काफी देर तक हरकत नहीं होने के बाद वे बाघिन के नजदीक गए तो देखा वह मरी पड़ी है. इसके बाद सभी ने अपने अधिकारियों को शव होने की बाद बताई.

और पढ़ें- गिरिडीहः थाना के पीछे झाड़ियों में मिला नवजात, महिला ने अपनाया

अधिकारियों को निर्देश मिलने के बाद सभी ट्रैकर शव के पास ही जमे रहे. सबसे पुराने ट्रैकर ने बताया कि बाघिन छिपादोहर के इलाके में चली गई थी. कुछ दिनों पहले ही वह लौट कर आई थी. बाघिन को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते थे. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघिन की मौत धीरे-धीरे कई सवालों को जन्म दे रही है. मौत के बाद अधिकारियो के कई कदम को लेकर सवाल उठाया गया है. बायसन के साथ हुई लड़ाई में बाघिन मौत की बात को लोगो मे संशय है. लोगो के मन मे यह सवाल उठ रहा है कि बाघिन कहीं शिकारियों का तो शिकार नहीं बन गई.

पलामूः जिले के टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में बाघिन की मौत का मामला बढ़ता जा रहा है. शुरुआत में टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बाघिन की मौत बायसन की लड़ाई में हुई है लेकिन सरयू राय के सवाल उठाने के बाद मौत को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इन सब के बीच ईटीवी भारत उन ट्रैकरों तक पहुंचा जिन्होंने बाघिन का शव सबसे पहले देखा था. बेतला नेशनल पार्क के इलाके में 15 फरवरी को एक बाघिन की मौत हुई थी.

देखें पूरी खबर

रात भर शव के पास रहे लोग

ट्रैकरों की टीम 15 फरवरी की रात बेतला नेशनल पार्क के दो नंबर रोड में हफीज अंसारी के नेतृत्व में पेट्रोलिंग करने निकली. इस दौरान दोपहर के दो बजे से रात के नौ बजे तक पेट्रोलिंग करती रही. इस टीम में एक पुराने ट्रैकर भी शामिल थे जो 90 के दशक से पेट्रोलिंग कर रहे थे. सबसे पहले हाफिज ने देखा कि दो नंबर रोड में एक बाघिन का पड़ी हुई है, सभी ने बाघिन के तरफ लाइट जलाई. इस दौरान उनके मन में डर भी था, लेकिन काफी देर तक हरकत नहीं होने के बाद वे बाघिन के नजदीक गए तो देखा वह मरी पड़ी है. इसके बाद सभी ने अपने अधिकारियों को शव होने की बाद बताई.

और पढ़ें- गिरिडीहः थाना के पीछे झाड़ियों में मिला नवजात, महिला ने अपनाया

अधिकारियों को निर्देश मिलने के बाद सभी ट्रैकर शव के पास ही जमे रहे. सबसे पुराने ट्रैकर ने बताया कि बाघिन छिपादोहर के इलाके में चली गई थी. कुछ दिनों पहले ही वह लौट कर आई थी. बाघिन को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते थे. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघिन की मौत धीरे-धीरे कई सवालों को जन्म दे रही है. मौत के बाद अधिकारियो के कई कदम को लेकर सवाल उठाया गया है. बायसन के साथ हुई लड़ाई में बाघिन मौत की बात को लोगो मे संशय है. लोगो के मन मे यह सवाल उठ रहा है कि बाघिन कहीं शिकारियों का तो शिकार नहीं बन गई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.