पलामू: क्या झारखंड में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बंद हो जाएगी? पलामू सांसद विष्णु दयाल राम की माने तो झारखंड में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को बंद किया जा रहा है. इस योजना के तहत गांव को प्रखंड और जिला मुख्यालय से जोड़ा जाना था. झारखंड में इस योजना के बंद होने के बाद सैकड़ों गांव प्रभावित होने वाले हैं. पलामू सांसद की माने तो इस योजना के तहत अब पांच वर्ष या उससे अधिक समय से बने हुए रोड की मरम्मत का ही कार्य होगा. योजना के तहत नए रोड का निर्माण कार्य बंद कर दिया जाएगा.
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पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि यह बेहदगंभीर मामला है, मामले के वह केंद्र सरकार और लोकसभा में उठाएंगे, लेकिन राज्य सरकार को भी जरूरत है कि इस योजना को जारी रखने के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र को भेजें. राज्य सरकार द्वारा तैयार प्रस्ताव के बाद केंद्र से कि सरकार इस पर मुहर लगा सकती. उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार केंद्र को लिखना चाहिए कि झारखंड को अपवाद के रूप में लिया जाए और योजना को जारी रखा जाए. सांसद ने कहा कि झारखंड के कई ऐसे गांव हैं जहां रोड को पहुंचना जरूरी. 2013-14 और 2014 -15 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भेजे गए योजनाओं की स्वीकृति नहीं दी गई थी, किन कारणों से यह स्वीकृति नहीं मिली कहना मुश्किल है. सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि झारखंड को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए.
साल 2000 में शुरू हुई थी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत 2000 में हुई थी. इस योजना के ग्रामीण इलाकों को शहर के सड़कों से जोड़ा जाना था. वित्तीय वर्ष 2021-22 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए केंद्र की सरकार ने 146 करोड़ रुपये झारखंड के लिए जारी किए थे. पलामू संसदीय क्षेत्र के कई इलाके प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जोड़े जाने का प्रस्ताव है. हाल के दिनों में बूढ़ापहाड़ के आसपास के इलाके के गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ही जोड़े जाने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है. इस योजना के बंद हो जाने के बाद कई ग्रामीण इलाके को मुख्य सड़क से जुड़ना मुश्किल हो जाएगा. पलामू संसदीय क्षेत्र में पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 167 से अधिक रोड का निर्माण किया गया है.