पलामूः जिले के पांडू थाना क्षेत्र के ढांचाबार से पलामू पुलिस ने नक्सली कमांडर अमरनाथ उर्फ माओवादी रामसेवक राम को गिरफ्तार किया है (Maoist Ramsevak Ram arrested). रामसेवक राम एक दशक से फरार था. फिलहाल, गिरफ्तार माओवादी से पुलिस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. माओवादी रामसेवक राम पर पलामू के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं.
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नक्सली कैडर बढ़ाने का था टास्क: नक्सली रामसेवक राम पलामू के पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा के दस्ते का सदस्य रह चुका है. रामसेवक राम पर नक्सलियों के कैडर को बढ़ाने की जिम्मेवारी दी गई थी. वह पिछले 20 सालों से फरार था. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि पांडू के इलाके में माओवादी कैडर बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी सूचना के आलोक में पुलिस ने रामसेवक राम को गिरफ्तार किया है. रामसेवक राम पांडू थाना क्षेत्र के ढांचाबार का रहने वाला है. पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा भी ढांचाबार के ही रहने वाले हैं. एसपी ने बताया कि रामसेवक राम पूर्व माओवादी कामेश्वर बैठा और पृथ्वी दुसाध के दस्ते में कभी सक्रिय रहा था. रामसेवक राम पलामू, गढ़वा, यूपी और बिहार के कई इलाकों में मामला दर्ज है.
नक्सली रामसेवक राम का आपराधिक इतिहास!: 10 जून 2001 में यूपी के सोनभद्र गढ़वा की नगर उंटारी पुलिस के साथ माओवादियों की मुठभेड़ हुई थी. यह मुठभेड़ कई घंटों तक चली थी. इस मुठभेड़ में अमरनाथ उर्फ अमर उर्फ रामसेवक राम शामिल था. इस दौरान सेवक राम कामेश्वर बैठा और पृथ्वी दुसाध के दस्ते में शामिल था. 2005 में नगर उंटारी थाना क्षेत्र के पिपरी में बचु सिंह के घर पर हमला हुआ था, इस हमले में भी सेवक राम शामिल था. एसपी ने बताया कि सेवक राम पर 17 सीएलए एक्ट, हत्या समेत कई गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं. माओवादियों के पास कैडर की कमी है. सेवक राम को माओवादियों ने कैडर बढ़ाने की जिम्मेवारी थी. पलामू पुलिस गढ़वा और यूपी से सेवक राम के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है.