पलामू: झारखंड राज्य कर्मचारी आयोग के परीक्षा से हिंदी, भोजपुरी अंगिका, भाषा को हटाए जाने के बवाल थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. ताजा मामले में झारखंड राज्य कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि हिंदी भोजपुरी जैसी भाषाओं को जेएसएससी की परीक्षा से अलग करना गलत है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाषाओं को लेकर किसने विरोध किया? कितने भाषाओं को हटाने के लिए आवेदन दिया था? किसी ने ना विरोध किया ना ही आवेदन दिया है. फिर भी भाषाओं को हटाना गलत है. उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ अधिकारी इस संबंध में निर्णय लेते हैं और जिससे आम जनता प्रभावित होती है. सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं थी.
ये भी पढ़ें- हिमाचल की तरह पूरे देश की जनता केंद्र सरकार को सिखाएगी सबक: राजेश ठाकुर
महीने के अंत तक हो जाएगी 20 सूत्री कमिटी का गठन
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में महीने के अंत तक 20 सूत्री कमिटी का गठन कर लिया जाएगा. राज्य से प्रखंड तक 20 सूत्री कमिटी को मजबूत किया जाना है. उन्होंने बताया कि जो कमेटी बनेगी वह मजबूत होगी और उसके निर्णय को भी लोग मानेंगे. उन्होंने बताया कि बोर्ड निगम के लेकर भी जल्द ही निर्णय हो जाएगा. उन्होंने बताया कि 20 सूत्री के गठन के बाद जल्द ही निगरानी समिति का भी गठन किया जाएगा ताकि राज्य में योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से किया जा सके.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने केंद्र सरकार पर कई सवाल उठाया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश में महंगाई बढ़ रही है. कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर सरकार महंगाई का हवाला दे रही है, लेकिन देश में यह पहला वैक्सीनेशन नहीं है इससे पहले भी देश में कई वैक्सीनेशन हो चुके हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश में कुछ लोगों को मदद के लिए महंगाई को बढ़ाया जा रहा है. महंगाई से आम लोग त्रस्त हो गए हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश से लेकर पंचायत तक केंद्र सरकार की नाकामियों के बारे में लोगों को बता रहे हैं.