पलामू: झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा को सील किया जाएगा और माओवादियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा. इस अभियान में झारखंड और छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों को शामिल किया जाएगा. दरअसल, बुधवार को छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में झारखंड और छत्तीसगढ़ के टॉप पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. जिसमें पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा, लातेहार एसपी अंजनी अंजन, गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय ने झारखंड की तरफ से भाग लिया था, जबकि छत्तीसगढ़ के सरगुजा के आईजी और सीमावर्ती इलाके के एसपी ने बैठक में भाग लिया.
दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने बनायी रणनीतिः बैठक में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू करने की योजना बनायी गई है. लोकसभा चुनाव और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सीमा क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की योजना बनायी गई है. वहीं बैठक के दौरान चुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई. बैठक में अपराधी, नक्सली, शराब तस्कर, उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की योजना तैयार की गई. गौरतलब हो कि झारखंड और छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती इलाका अतिनक्सल प्रभावित है. दोनों राज्यों की सीमा करीब 150 किलोमीटर लगी हुई है. इसी सीमा पर बूढ़ापहाड़ भी है. बैठक में दोनों राज्यों ने नक्सलियों और अपराधियों की सूची को साझा किया है.
नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ चलाया जाएगा अभियानः बैठक में निर्णय लिया गया कि मानसून के कमजोर होने के बाद इलाके में एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में कोबरा, सीआरपीएफ के साथ-साथ अन्य बलों को शामिल किया जाएगा. इस संबंध में पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि बैठक में कई बिंदुओं पर सहमति बनी है. नक्सल और अपराध को लेकर संयुक्त अभियान शुरू किया जाएगा.